पृथ्वी शॉ ने टीम इंडिया में एंट्री पर तोड़ी चुप्पी, बोले- कोई मुझे भारतीय टीम में बुलाएगा या नहीं...
Wed - 11 Jan 2023

पृथ्वी शॉ ने एक बार फिर से घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाया. रणजी ट्रॉफी में मुंबई की तरफ से खेलते हुए उन्होंने असम के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा. पृथ्वी शॉ ने 379 रन की पारी खेलते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दूसरे सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया. इस पारी के दम पर उन्होंने संजय मांजरेकर के 377 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा. हालांकि पृथ्वी बीबी निबांलकर के 443 रनों के रिकॉर्ड को पीछे नहीं छोड़ पाए. उन्होंने अपने दमदार खेल से भारतीय टीम में सेलेक्शन के लिए फिर से मजबूत दावा पेश किया है.
पृथ्वी का टीम इंडिया में चुने जाने को लेकर काफी स्पष्ट रवैया है. वे इस बारे में बिल्कुल नहीं सोच रहे और अभी उनका ध्यान मुंबई को रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनाने पर है. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘मैं यह भी नहीं सोच रहा हूं कि कोई मुझे भारतीय टीम में बुलाएगा या नहीं. मैं बस अपनी चीजों को सही करने की कोशिश कर रहा हूं जो मैं कर सकता हूं और आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं. मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो एक बार में एक दिन जीना पसंद करता है. मुझे अपना आज सही बनाना है. मैं मुंबई के लिए खेल रहा हूं और लक्ष्य रणजी ट्रॉफी जीतना है.’
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से बाहर
शॉ टीम इंडिया के लिए आखिरी बार 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले थे. तब एडिलेड टेस्ट में वे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे. हालांकि उस टेस्ट में टीम इंडिया 36 रन पर सिमट गई थी और पृथ्वी भी नाकाम रहे थे. ऐसे में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था. उनकी जगह शुभमन गिल तब से ओपनर के तौर पर भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं.
400 से चूकने पर क्या बोले
पृथ्वी असम के खिलाफ 400 रन का आंकड़ा पार करने से चूक गए. उन्हें अंडर-19 भारतीय टीम में उनके साथी रहे रियान पराग ने एलबीडब्ल्यू आउट किया. पृथ्वी ने इस बारे में कहा, पृथ्वी ने कहा, ‘ऐसा होता तो वास्तव में अच्छा लगता है. मैं 400 रन बना सकता था. मुझे लगता है कि मैं वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन यह समय की बात थी क्योंकि बड़े रन नहीं आ रहे थे. मैंने सोचा मुझे क्रीज पर और अधिक समय बिताना चाहिए. धैर्य दिखाया और इस विकेट पर इसकी जरूरत थी.’