रोहतक के बॉक्सर अमित पंघाल ने रविवार को बॉक्सिंग में भारत को दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया.
पुरुषों के 48-51 किग्रा भारवर्ग में अमित पंघाल ने किआरन मैकडोनाल्ड को 5-0 हराया. मुक्केबाजी में भारत का यह दूसरा स्वर्ण है.
अमित ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम किया है. पिछली बार 2018 गोल्ड कोस्ट में रजत पदक जीता था. अमित 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने में कामयाब हुए थे.
अमित 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने में कामयाब हुए थे. उनके वर्ल्ड चैंपियनशिप (2019) में एक रजत पदक है. इसके अलावा वह एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण (2019), रजत (2021) और कांस्य (2017) जीत चुके हैं.
भारतीय सेना में नायब सूबेदार अमित पंघाल, रोहतक, हरियाणा के किसान परिवार से हैं.
अमित के कोच उनसे परेशान हो जाते थे. अमित वीकेंड्स पर कैंप छोड़कर चले जाते थे.
अमित वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने जर्मनी पहंचे. इसके बाद वो शहर में घूमने गए जहां उन्हें एक जूते पसंद आए लेकिन पैसे न होने के कारण उन्होंने साथी खिलाड़ी से पैसे लिए और फिर जूते खरीदे.
एक दिन ट्रेनिंग के लिए अमित देर से पहुंचे थे जिसके कारण उनपर 1000 रुपए का फाइन लगाया गया था. इसके बाद वो कभी लेट नहीं हुए और देर तक रुकने लगे.
पहले पंघाल 49 किलोग्राम में लड़ते थे लेकिन उन्होंने बाद में 52 किलो में खुद को शिफ्ट कर लिया. हालांकि काफी मेहनत और लगने के बाद उन्होंने इस वर्ग में उपलब्धि हासिल की.