क्रिकेट की दुनिया के ऐसे नाम जिन्होंने शारीरिक कमजोरियों या दिक्कतों के बावजूद अपने खेल से कमाल किया. आइए जानते हैं ऐसे खिलाड़ियों के बारे में.

युवराज सिंह- कैंसर से जूझते हुए खेलते रहे. भारत को 2011 का वर्ल्ड कप दिलाया और प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट रहे.

क्रिस गेल- उनके दिल में छेद हैं. 2005 में ऑस्ट्रेलिया में सीरीज के दौरान उन्हें इस बात का पता चला. फिर सर्जरी कराई.

अजीम हफीज- पाकिस्तान के इस खिलाड़ी के एक हाथ में केवल दो अंगुलियां थीं. वे इनके सहारे ही बॉलिंग करते थे.

मैथ्यू वेड- वे कलर ब्लाइंड हैं. यानी रंगों की पहचान करने में उन्हें दिक्कत होती है. 

मार्टिन गप्टिल- उनके बाएं पैर में केवल दो ही अंगुलियां हैं. फिर भी उनकी गिनती आला दर्जे के फील्डर्स में होती है.

वॉशिंगटन सुंदर- भारत के इस युवा ऑलराउंडर को एक कान से सुनाई नहीं देता है.

पैट कमिंस- ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के दाएं हाथ की बीच की अंगुली आधी कटी हुई है. आज टेस्ट के नंबर वन बॉलर हैं.

चार्ली मैक्लॉयड- उन्हें दोनों कानों से सुनाई नहीं देता था. इसके चलते एक बार वे आउट हो गए थे.

वकार यूनुस- पाकिस्तान के इस धाकड़ बॉलर के बाएं हाथ की सबसे छोटी वाली अंगुली नहीं थी.