टी20 वर्ल्ड कप 2022 में बारिश ने काफी बाधा डाली. इससे टीमों के सेमीफाइनल में पहुंचने का गणित नेट रन रेट से तय हुआ.
ग्रुप-1 से इंग्लैंड की टीम नेट रन रेट में ऑस्ट्रेलिया से बेहतर रही और वह सेमीफाइनल में पहुंच गई और मेजबान टीम रह गई.
दो से ज्यादा देशों वाले टूर्नामेंट में अक्सर नेट रन रेट अहम भूमिका निभाती है. इसके चलते कई समीकरण बैठते हैं और टीमें व फैंस सब इसका गणित जांचते हैं.
कई बार नेट रन रेट के चलते टीमों का गणित गड़बड़ाया है. पर नेट रन रेट होती क्या है और कैसे निकाली जाती है.
एक टीम की नेट रन रेट उसकी तरफ से टूर्नामेंट में बनाए गए रनों में से उसके खिलाफ टूर्नामेंट में बनाए गए रनों को बाहर करने पर निकलती है.
अगर कोई टीम तय ओवरों से कम में आउट हो जाती है तब उसकी नेट रन रेट उसके पूरे ओवरों के आधार पर ही होगी न कि आउट होने वाले ओवर्स के आधार पर.
इसे इस उदाहरण से समझा जा सकता है. जैसे- 20 ओवर के मैच में टीम 17 ओवर में निपटी तो नेट रन रेट में 20 ओवर ही गिने जाएंगे.
जैसे-भारत ने दो मैच खेले हैं और 20 ओवर में 5 विकेट पर 170 और 20 ओवर में 8 विकेट पर 160 रन बनाए. साथ ही उसके खिलाफ 15 ओवर में 100 और 20 ओवर में 150 रन बने.
ऐसे में भारत ने 40 ओवर में 330 रन बनाए यानी उसकी रनरेट 8.325 रही. वही उसके खिलाफ 40 ओवर में 250 रन बने यानी उसके खिलाफ रन रेट 6.250 रही. ऐसे में भारत की नेट रन रेट +2.075 की रही.
नेट रन रेट की गणना के दौरान नतीजे निकले हुए मैचों को ही गिना जाता है. इनमें डकवर्थ लुईस सिस्टम से निकले हुए मैच भी काउंट किए जाते हैं.