भारत ने CWG 2022 में कुल 61 मेडल जीते. इनमें से 23 कांस्य पदक थे. जानिए किन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला.
उन्होंने पुरुषों की 61 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक जीता. वे पहले भी कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीत चुके हैं.
विजय ने भारत को जूडो में कांसा दिलाया. उन्होंने 60 किलो भारवर्ग में यह मेडल जीता.
पंजाब से आने वाली इस एथलीट ने महिलाओं की 71 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक जीता. यह उऩका पहला मेडल है.
उन्होंने पुरुषों की 109 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक जीता. लवप्रीत भी पंजाब से आते हैं.
इस दिग्गज खिलाड़ी ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीता. उन्हें कांस्य मिला.
गुरदीप ने पुरुषों की 109 किलो से ज्यादा भारवर्ग वाली कैटेगरी में भारत को कांस्य पदक दिलाया.
यह कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में एथलेटिक्स में भारत का पहला मेडल रहा. शंकर ने पहली बार भारत को हाई जंप में कांसा दिलाया.
इस युवा खिलाड़ी ने महिलाओं की 68 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक जीता.
उन्होंने पुरुषों की 125 किलो कैटेगरी में मेडल हासिल किया.
जैस्मिन ने शानदार खेल दिखाया लेकिन सेमीफाइनल में वह हार गईं. इससे उन्हें 60 किलो कैटेगरी में कांसा मिला.
पूजा ने 50 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक जीता. उन्होंने गोल्ड नहीं जीत पाने के लिए देश से माफी भी मांगी.
महिलाओं की 76 किलो कैटेगरी में उन्होंने कांस्य पदक जीता.
पुरुषों की 57 किलो कैटेगरी में वह ब्रॉन्ज मेडल लेकर आए. सेमीफाइनल में हार से पहले वह गजब के रंग में थे.
दीपक ने पुरुषों की 97 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक हासिल किया.
रोहित भी सेमीफाइनल में हार गए. ऐसे में उन्हें 67 किलो कैटेगरी में कांसे से संतोष करना पड़ा.
सोनल बेन ने क्लास 3-5 कैटेगरी में भारत के लिए कांस्य जीता. इस कैटेगरी का गोल्ड भी भारत को ही मिला.
भारतीय महिला हॉकी टीम ने 16 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीता. उन्होंने न्यूजीलैंड को सेमीफाइऩल में हराया.
संदीप ने पुरुषों की 10 किलोमीटर रेस वॉक स्पर्धा में भारत के लिए कांसा जीता. महिलाओं में प्रियंका ने इस स्पर्धा में सिल्वर जीता था.
उन्होंने 60 मीटर के साथ भारत को कांस्य दिलाया. यह महिला जैवलिन में भारत का पहला कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल है.
सौरव घोषाल और दीपिका पल्लीकल ने भारत को इस खेल में दूसरा मेडल दिलाया. दोनों ने कांस्य पदक जीता.
भारत के धाकड़ खिलाड़ी ने पुरुष एकल वर्ग में कांस्य पदक जीता.
ट्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की युवा जोड़ी ने भारत को महिला युगल का कांसा दिलाया. दोनों पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स खेल रही थीं.
उन्होंने पुरुष एकल वर्ग में कांस्य पदक जीता और टेबल टेनिस में भारत को कामबायी दिलाई.