भारत की वेटलिफ्टर बिंदियारानी ने 55 किलो भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीत कर चमक बिखेरी.

CWG 2022 में चमकी बिंदियारानी 

ऐसे में सभी जानना चाहते हैं कि कौन है बिंदियारानी और कैसे उन्होंने मेडल तक का सफर तय किया. 

कौन है बिंदियारानी ?

1999 में बिंदियारानी का जन्म मणिपुर के एक किसान परिवार में हुआ था. 

किसान परिवार से हैं बिंदियारानी?

Photo courtesy: Twitter/@SAI_Patiala

बिंदियारानी के पिता की किराने की दूकान है और वह उसमें अपने पिता की भी मदद करती हैं.

किराने की है दुकान 


बिंदियारानी की हाइट थोड़ी कम थी. जिसके चलते उन्होंने वेटलिफ्टिंग में अपना करियर बनाने का मन बनाया. 

वेटलिफ्टिंग को क्यों चुना?

बिंदियारानी ने दिसंबर 2021 में 55 किग्रा वर्ग के क्लीन एंड जर्क इवेंट में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ नाम कमाया. 

कब वेटलिफ्टिंग में बनाया नाम?

नौकरी के लिए संघर्ष और परिवार के आर्थिक संकट से जूझ रही बिंदियारानी की मदद करते हुए मीरबाई चानू ने उन्हें जूते गिफ्ट किए थे. 

मीरबाई चानू से हैं प्रेरित 

टोक्यो ओलिंपिक 2020 में मीरबाई चानू  ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीता और तभी से बिंदियारानी ने भी मेडल जीतने की ठान ली थी. ये दोनों एथलीट मणिपुर से हैं. 

मणिपुर से हैं दोनों 

बिंदियारानी ने जहां वेटलिफ्टिंग में CWG 2022 में सिल्वर मेडल जीता तो वहीं उनकी आदर्श मीराबाई चानू ने देश को इस टूर्नामेंट का पहला गोल्ड मेडल जिताया.

मीरा और बिंदिया दोनों ने जीते मेडल 

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