भारत की वेटलिफ्टर बिंदियारानी ने 55 किलो भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीत कर चमक बिखेरी.
ऐसे में सभी जानना चाहते हैं कि कौन है बिंदियारानी और कैसे उन्होंने मेडल तक का सफर तय किया.
1999 में बिंदियारानी का जन्म मणिपुर के एक किसान परिवार में हुआ था.
बिंदियारानी के पिता की किराने की दूकान है और वह उसमें अपने पिता की भी मदद करती हैं.
बिंदियारानी की हाइट थोड़ी कम थी. जिसके चलते उन्होंने वेटलिफ्टिंग में अपना करियर बनाने का मन बनाया.
बिंदियारानी ने दिसंबर 2021 में 55 किग्रा वर्ग के क्लीन एंड जर्क इवेंट में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ नाम कमाया.
नौकरी के लिए संघर्ष और परिवार के आर्थिक संकट से जूझ रही बिंदियारानी की मदद करते हुए मीरबाई चानू ने उन्हें जूते गिफ्ट किए थे.
टोक्यो ओलिंपिक 2020 में मीरबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीता और तभी से बिंदियारानी ने भी मेडल जीतने की ठान ली थी. ये दोनों एथलीट मणिपुर से हैं.
बिंदियारानी ने जहां वेटलिफ्टिंग में CWG 2022 में सिल्वर मेडल जीता तो वहीं उनकी आदर्श मीराबाई चानू ने देश को इस टूर्नामेंट का पहला गोल्ड मेडल जिताया.
Your Page!