स्टार एथलीट अविनाश साबले ने स्टीपलचेज में नया इतिहास बनाकर भारत को एक और सिल्वर मेडल दिला दिया है.
शनिवार को 3000 मीटर स्टीपल चेज स्पर्धा का सिल्वर मेडल भारत को दिला दिया. अविनाश ने 8:11.20 का समय लेते हुए पदक अपने नाम किया.
महाराष्ट्र के बीड जिले के रहने वाले अविनाश ने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ-साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया. अविनाश इस स्पर्धा में कॉमनवेल्थ गेम्स का सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं.
केन्या के 26 वर्षीय अब्राहम किबिवोत ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया. उन्होंने 8:11.15 का समय लिया जबकि केन्या के ही आमोस सेरेम (8:16.83) को ब्रॉन्ज मेडल मिला.
बर्मिंघम में जारी इन खेलों में ट्रैक एंड फील्ड का भारत का यह चौथा मेडल है. इससे पहले प्रियंका गोस्वामी (10000 मीटर रेस वॉक, सिल्वर), मुरली श्रीशंकर (लॉन्ग जंप में सिल्वर) और तेजस्विन शंकर (हाई जंप में ब्रॉन्ज) ने कॉमनवेल्थ गेम्स की ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धाओं में मेडल जीते हैं.
अविनाश भारतीय सेना में 5 मेहर रेजीमेंट का हिस्सा रहे हैं. वह सियाचिन, राजस्थान और सिक्किम में भी तैनात रहे हैं.
अविनाश के पिता का नाम मुकुंद साबले और भाई का नाम योगेश साबले है. इनके पिता एक किसान हैं. अविनाश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के गवर्नमेंट स्कूल से प्राप्त की और पुणे से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया.
वर्तमान में अविनाश अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रह रहे हैं. वर्ष 2011 में 12वीं पास करने के बाद इन्होंने आर्मी जॉइन कर ली थी और वहीं से यह स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने लगे
साबले ने शुरुआत में क्रॉस कंट्री में हिस्सा लिया जिसके बाद उन्होंने लगातार खेलों में हिस्सा लेकर अच्छा प्रदर्शन किया. वर्तमान में अविनाश आर्मी में जूनियर कमीशंड ऑफिसर(JCO) के पद पर नियुक्त हैं.