बर्मिंघम में ये खिलाड़ी भारत के लिए मेडल जीत सकते हैं
उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था. कॉमनवेल्थ गेम्स में वह 55 किलो कैटेगरी में हिस्सा लेंगी. पिछली बार उन्होंने 48 किलो कैटेगरी में सोना जीता था.
बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर जीता था. तब सायना ने उन्हें फाइनल में हराया. इस बार उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद रखी जा रही है.
टोक्यो ओलिंपिक्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. कॉमनवेल्थ गेम्स में उनसे गोल्ड की उम्मीद है. यहां जीती तो उनका पहला मेडल होगा
पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट शामिल हुआ है. ऐसे में टीम इंडिया इतिहास रच सकती है. वह मेडल की बड़ी दावेदार है.
मनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में पदक हासिल किया था. पिछली बार टीम इंडिया मेडल से चूक गई थी. इस बार पदक आ सकता है.
लक्ष्य सेन ने मई में थॉमस कप जीता था. भारतीय पुरुष बैडमिंटन में वह मेडल जीतने के तगड़े दावेदार बनकर उभरे हैं. वे पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स खेल रहे.
निकहत अभी वर्ल्ड चैंपियन है. बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड जीता था. वह पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स खेल रही हैं और मेडल की दावेदार हैं.
वे ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता है. इस स्टार पहलवान से बर्मिंघम खेलों में गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद है.
मनिका ने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था. टोक्यो ओलिंपिक में उन्हें निराशा मिली. ऐसे में वह फिर से कॉमनवेल्थ में कमाल करना चाहेंगी.
रवि टोक्यो ओलिंपिक के रजत पदक विजेता है. वहां फाइनल हारने पर वे काफी दुखी थे. ऐसे में कॉमनवेल्थ के जरिए वे सोना लाना चाहेंगे. पहली बार वे इन खेलों में हिस्सा ले रहे हैं.
यह स्टार रेसलर कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगा सकती हैं. 2018 में उन्होंने 48 किलो कैटेगरी में सोना जीता था. इस बार वह 50 किलो कैटेगरी में उतरेंगी.
उन्होंने पिछले खेलों में सिल्वर मेडल जीता था. इस बार वे चाहेंगे कि मेडल के रंग को बदला जाए और सोना लाया जाए.