भारत के पुरुष लॉन्ग जम्प एथलीट मुरली श्रीशंकर ने देश को पहली बार इस इवेंट में सिल्वर मेडल जिताया. जिसके चलते ये एतिहासिक मेडल बन गया है.
मुरली श्रीशंकर ने CWG 2022 में 8.08 मीटर की लंबी छलांग लगाकर, देश को सिल्वर मेडल जिताया.
मुरली श्रीशंकर के कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने के बाद उनके पिता व कोच मुरली और माता के.एस.बिजिमोल ने उनके सफर के बारे में बताया है.
श्रीशंकर के पिता और कोच मुरली ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वह कई कड़े नियमों का पालन करता था और ट्रेनिंग के दौरान म्यूजिक भी सुनना नहीं पसंद करता था.
वहीं श्रीशंकर ने आगे कहा कि उसके दोस्त जब भी पार्टी में बुलाते थे तो वह सिर्फ जूस पीता था और स्मोकिंग तक नहीं करता था. इसके अलावा अपने घर में भी वह सभी जूस पार्टी ही देता है.
श्रीशंकर के घर पर एक सख्त नियम था कि कोई भी रात के 11 बजे के बाद टेलीविजन नहीं देखेगा और सभी इसका प्लान करते हैं.
श्रीशंकर के बारे में उनके पैरेंट्स ने कहा कि 18 साल के बाद उसे फेसबुक, वाट्सऐप और ट्विटर चलाने की इजाजत मिली. जबकि इन्स्टाग्राम इसके भी काफी देर बाद चलाया.
श्रीशंकर पढाई में अव्वल हैं और उन्होने 10वीं व 12वीं में 95 से अधिक प्रतिशत अंक हासिल किए थे. इसके बाद उन्होंने मैथ्स से बीएससी करना सही समझा.
श्रीशंकर केरल के पलक्कड़ से आते हैं उनके पिता मुरली और माता बिजमोल दोनों ही पूर्व एथलीट हैं. जबकि बहन भी एथलेटिक्स में ही है.