5 साल पहले ही गिरने लगी थी विराट कोहली की टेस्ट फॉर्म, आंकड़ों में जानिए कैसे फैब 4 में लीड करने वाला खिलाड़ी आखिरी पायदान पर पहुंच गया
विराट कोहली की खराब फॉर्म साल 2020 से गिर रही थी. कोहली टेस्ट में लगातार फ्लॉप हो रहे थे और यही कारण था कि अंत में वो फैब 4 में अंतिम पायदान पर आ गए.

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है. 36 साल के इस खिलाड़ी ने 12 मई को इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए इसका ऐलान किया. 14 साल के लंबे करियर में कोहली ने 123 मैच खेले और 46.85 की औसत के साथ कुल 9230 रन बनाए.

कोहली हालांकि टेस्ट में 10,000 रनों का आंकड़ा पार नहीं कर पाए और सिर्फ 770 रन से चूक गए. लेकिन कोहली की खराब फॉर्म साल 2020 से ही शुरू हो चुकी थी.

कोहली ने साल 2011 में डेब्यू किया था. दिसंबर 31, 2019 तक उन्होंने 84 मैचों में 54.97 की औसत से 7202 रन बनाए. इसमें 27 शतक और 22 फिफ्टी ठोकी.

साल 2016 से लेकर 2019 तक ये कहा जा रहा था कि वो सचिन को भी पीछे छोड़ देंगे. सचिन इस फॉर्मेट में 15,921 रन के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैटर हैं.

साल 2020 की शुरुआत में कोहली का प्रदर्शन ज्याद खास नहीं था और वो फैब 4 में स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन से पीछे छूट गए थे. रूट की तुलना अब तो तेंदुलकर से की जा रही है. वहीं स्मिथ भी कोहली से आगे निकल चुके हैं.

साल 2020 से कोहली ने भारत के लिए 39 टेस्ट खेले. इस दौरान उन्होंने 30.72 की औसत के साथ कुल 2028 रन बनाए. कोहली के बल्ले से तीन शतक और 9 फिफ्टी निकली. वहीं स्पिनर्स के खिलाफ वो 27 बार आउट हुए जबकि पेसर्स के खिलाफ उनकी औसत सिर्फ 30.13 की रही.

इसके बाद घर पर कोहली की औसत 29.92 की रही और विदेश में ये 31.38 की रही. 2020 से कोहली के 1,942 टेस्ट रन 32.36 (63 पारी) की औसत से शीर्ष चार में बल्लेबाजी करते हुए आए हैं. उनका औसत 2020 से शीर्ष चार में रहते हुए कम से कम 60 पारियों में खेलने वाले बल्लेबाजों में दूसरा सबसे खराब है. कोहली इस मामले में केवल इंग्लैंड के जैक क्रॉली (30.82) से पीछे हैं.