जितेश
शर्मा
India• विकेटकीपर
जितेश शर्मा के बारे में
जितेश शर्मा एक विकेट-कीपर बल्लेबाज हैं जिन्होने घरेलु टी20 प्रतियोगिता में विदर्भ और भारतीय टी20 लीग में पंजाब टीम के लिए आक्रामक बल्लेबाजी करके प्रशंसकों और चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1993 को महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में स्थित अमरावती में हुआ था। उन्होंने 2012-13 कूच बिहार ट्रॉफी में 12 पारियों में 537 रन बनाकर जल्दी पहचान बनाई, जिसमें 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल था। इस प्रदर्शन के दम पर उन्हें विदर्भ की सीनियर टीम में जगह मिली और उनका घरेलू डेब्यू हो गया।
2014 की शुरुआत में, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में राजस्थान के खिलाफ अपना पहला लिस्ट ए मैच खेला और अगले महीने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के खिलाफ अपना टी20 डेब्यू किया। उन्होंने अपनी पहली टी20 पारी में तेजी से 50 रन बनाकर सबका ध्यान खींचा। उन्होंने दो सत्रों तक लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट खेला और आखिरकार 2015 के अंत में रणजी ट्रॉफी में ओडिशा के खिलाफ अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू किया। हालांकि, उनका रेड-बॉल टूर्नामेंट अच्छा नहीं रहा, जिससे यह साफ़ हो गया कि वे वाइट-बॉल क्रिकेट में बेहतर हैं।
जितेश ने 2015-16 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को 343 रन और 143.51 के स्ट्राइक रेट के साथ तीसरे सर्वोच्च रन-स्कोरर के रूप में समाप्त किया, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। उन्हें घरेलू प्रदर्शन के आधार पर मुंबई टीम ने 2016 की भारतीय टी20 लीग के लिए चुना लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने घरेलू सीमित ओवर्स प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा और उनका बड़ा ब्रेक तब आया जब पंजाब टीम ने उन्हें 2022 की भारतीय टी20 लीग के लिए उनके बेस प्राइस पर चुना।
उस वर्ष पंजाब के लिए उनके प्रदर्शन को देखते हुए, उन्हें 2023 सीजन के लिए टीम में रखा गया। उन्होंने 2023 की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ संजू सैमसन के स्थान पर राष्ट्रीय टीम का पहला कॉल-अप भी प्राप्त किया। 2023 भारतीय टी20 लीग सीजन में पंजाब के लिए 14 मैचों में 309 रन बनाए और राष्ट्रीय टीम में भी प्रभावित किया। उन्होंने अपनी फ्रेंचाइजी में खुद को मजबूत किया है और 2024 के संस्करण में और भी बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है। आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए विकेट-कीपर स्थान अभी भी उपलब्ध होने के साथ, वे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनकी अच्छी विकेट-कीपिंग स्किल्स और तेजी से रन बनाने की क्षमता उन्हें एक खतरनाक मध्यक्रम बल्लेबाज बनाती है। एक अच्छा सीजन उन्हें राष्ट्रीय टीम के करीब ला सकता है और भारत के लिए बैटिंग-कीपर विकल्प बना सकता है।