वर्ल्ड कप विजेता पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने रोहित शर्मा और विराट कोहली की आलोचना करने वालों को फटकार लगाई है और कहा है कि दोनों के बारे में कही जा रही कुछ बातें गलत हैं. युवराज के अनुसार, न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू मैदान पर हारना बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने से भी बड़ी निराशा थी. बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने कहा कि रोहित और विराट को निशाना बनाना उनकी पिछली उपलब्धियों को देखते हुए सही नहीं है.
युवराज ने पीटीआई से कहा, "हम अपने महान खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा के बारे में बात कर रहे हैं. हम उनके बारे में बहुत बुरी बातें कह रहे हैं." उन्होंने कहा, "लोग भूल जाते हैं कि उन्होंने अतीत में क्या हासिल किया है. वे इस समय के महानतम क्रिकेटरों में से एक हैं. ठीक है, वे हार गए, उन्होंने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला. वे हमसे ज्यादा आहत हो रहे हैं."
रोहित ने टीम के हित में फैसला लिया था: युवराज
युवराज ने आगे कहा कि, "मुझे लगता है कि कोच के तौर पर गौतम गंभीर, चयनकर्ता के तौर पर अजीत अगरकर, रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, ये सभी इस समय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन दिमाग हैं." और उन्हें तय करना है कि भविष्य में भारतीय क्रिकेट का क्या रास्ता होगा." युवराज ने सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर करने के लिए रोहित की भी प्रशंसा की और कहा कि यह फैसला टीम के हित में था. "मुझे लगता है कि यह एक बड़ी बात है. मैंने पहले कभी नहीं देखा कि कप्तान का फॉर्म अच्छा नहीं चल रहा हो और वह खुद बाहर हो गया हो. और यह रोहित शर्मा की महानता है कि उन्होंने टीम को खुद से आगे रखा है.''
अंत में युवराज ने कहा कि, "मुझे लगता है कि वह एक महान कप्तान हैं. जीतें या हारें, वह हमेशा एक महान कप्तान रहेंगे. और उनकी कप्तानी में, हमने (वनडे) विश्व कप फाइनल खेला है. हमने टी20 विश्व कप जीता है. उन्होंने कहा, "हमने बहुत कुछ हासिल किया है."
युवराज के पिता ने भी लगाई गुहार
इस बीच, युवराज के पिता योगराज सिंह ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा और विराट कोहली के खराब फॉर्म पर खुलकर बात की और टीम प्रबंधन और मीडिया से दोनों का समर्थन करने का आग्रह किया, क्योंकि वे खराब दौर से जूझ रहे हैं. योगराज ने बताया, "हर महान खिलाड़ी को इस तरह के दौर से गुजरना पड़ता है." "उन्हें बस आश्वासन की जरूरत होती है. किसी को आगे आकर कहना चाहिए, 'विराट, ऐसा होता है. तुम वापसी करोगे.' मैनेजमेंट का यही काम है कि खिलाड़ियों का वो सपोर्ट करें और जो खिलाड़ी इस दौर से गुजर रहे हैं उनका साथ दें.
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