जर्मनी फीफा वर्ल्ड कप 2022 से बाहर हो गया. लगातार दूसरी बार यह टीम ग्रुप स्टेज की बाधा पार नहीं कर पाई. उसने कतर में खेले जा रहे टूर्नामेंट के अपने आखिरी ग्रुप स्टेज मुकाबले में कोस्टा रिका को 4-2 से हराया लेकिन यह जीत उसे आगे नहीं ले जा सकी. 2014 में चैंपियन बनी जर्मनी इस वर्ल्ड कप में केवल एक ही मुकाबला जीत सका. अपने पहले मैच में उसे जापान से हार मिली और स्पेन से दूसरे में बराबरी रही. ये नतीजे उसे आखिर में भारी पड़ गए. जर्मनी 2018 वर्ल्ड कप में भी पहले ही राउंड से बाहर हो गया था. जर्मनी के ग्रुप से जापान और स्पेन ने नॉकआउट राउंड में जगह बनाई है.
कोस्टा रिका से मुकाबले में एक समय जर्मनी 2-1 से तब लग रहा था कि वह अगले राउंड में चला जाएगा. लेकिन दूसरे राउंड में जर्मनी ने कमाल किया और तीन गोल दागते हुए मैच जीता. लेकिन वह स्पेन के गोल्स से ज्यादा गोल नहीं कर पाया. स्पेन को कोस्टा रिका के खिलाफ 7-0 से जीत का फायदा मिला. अब स्पेन का सामना राउंड 16 में मोरक्को से होगा जबकि जापान की भिड़ंत क्रोएशिया से होगी. जर्मनी को स्पेन के बराबर आने के लिए पांच और गोल की जरूरत थी. यह मैच इसलिए भी अहम रहा क्योंकि फ्रांस की स्टेफनी फ्रेपार्ट पुरुष विश्व कप में रैफरिंग करने वाली पहली महिला रैफरी बनीं.
10वें मिनट में जर्मनी को मिली बढ़त
जर्मनी को अगले दौर में पहुंचने के लिये अल बायत स्टेडियम में जीत के अलावा दूसरे मैच के नतीजे के अपने हक में आने की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अगर स्पेन की टीम जापान को हरा देती तो जर्मनी की टीम ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहती. सर्जेई ग्नेबरी ने 10वें मिनट में हेडर से गोल कर जर्मनी को आगे कर दिया था. दिलचस्प बात है कि ग्रुप के दूसरे मैच में भी दोहा में स्पेन ने खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जापान के खिलाफ बढ़त हासिल कर ली थी.
जर्मनी के एक और सब्सटीट्यूट खिलाड़ी निकलास फुलक्रुग ने 89वें मिनट में चौथा गोल किया. जापान की टीम छह अंक लेकर ग्रुप ई में शीर्ष पर रही. वह स्पेन और जर्मनी दोनों से दो अंक आगे थी. स्पेन ने बेहतर गोल अंतर की बदौलत राउंड 16 में जगह बनायी जिसमें उसकी कोस्टा रिका पर 7-0 की जीत ने अहम भूमिका अदा की.