भारत चौथी बार हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी करने जा रहा है. 2023 हॉकी वर्ल्ड कप के मुकाबले ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में खेले जाएंगे. अभी तक 14 हॉकी वर्ल्ड कप हो चुके हैं और नौ देश इसके मेजबान बन चुके हैं लेकिन केवल दो ही देश ऐसे हैं जो अपनी मेजबानी में वर्ल्ड चैंपियन बने हैं. इनमें से भी एक मेजबान ने तो दो बार वर्ल्ड कप जीतने का करिश्मा किया है. ये देश हैं नेदरलैंड्स और जर्मनी. इनमें से नेदरलैंड्स ने दो बार अपनी मेजबानी में खिताब जीता है. भारतीय हॉकी टीम अभी तक ऐसा कमाल नहीं कर पाई है. क्या 2023 वह साल होगा जब भारत ऐसा कर पाएगा.
सबसे पहले यह कमाल नेदरलैंड्स ने किया. इस देश ने 1973 में हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी की और पहली ही बार में खिताब जीतकर इतिहास रच दिया. इस यूरोपियन टीम ने फाइनल में भारत को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. फाइनल में तय समय में मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद पेनल्टी स्ट्रोक में डच टीम ने 4-2 से बाजी मारी. तब वेस्ट जर्मनी ने तीसरा और पाकिस्तान हॉकी टीम ने चौथा स्थान हासिल किया.
नेदरलैंड्स ने 1998 में फिर किया कमाल
जर्मनी ने की नेदरलैंड्स की बराबरी
2006 में जर्मनी ने नेदरलैंड्स का करिश्मा दोहराया और अपनी ही जमीं पर खिताब जीता. उसने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से अंतर से पटखनी दी और दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता. इसके जरिए उसने पाकिस्तान के बाद वर्ल्ड कप डिफेंड करने वाले दूसरे देश बनने का गौरव भी हासिल किया. जर्मनी ने 2006 से पहले 2002 में भी वर्ल्ड कप जीता था और तब भी ऑस्ट्रेलिया को हराया था. पाकिस्तान ने 1978 और 1982 में लगातार दो बार वर्ल्ड कप जीता था.
ये देश जीतते-जीतते रह गए
स्पेन, इंग्लैंड और पाकिस्तान ऐसे देश रहे हैं जो मेजबानी करते हुए रनर अप यानी उपविजेता बने हैं. 1971 में स्पेन ने मेजबानी की और उसे पाकिस्तान के हाथों शिकस्त मिली. 1986 में इंग्लैंड ने मेजबानी की और उसे ऑस्ट्रेलिया ने हराया. 1990 में पाकिस्तान मेजबान था और उसे फाइनल में नेदरलैंड्स ने हराया.
भारत का कैसा रहा मेजबानी में हाल
अब देखना होगा कि क्या भारत भी नेदरलैंड्स और जर्मनी की तरह अपने घर में वर्ल्ड कप जीत पाएगा या नहीं. भारत ने अभी तक तीन बार 1982, 2010 और 2018 में वर्ल्ड कप की मेजबानी की है. इन तीन एडिशन में उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन 1982 में रहा था तब भारतीय टीम पांचवें पायदान पर थी. 2010 में भारत आठवें और 2018 में छठे नंबर पर रहा था.