Indian Hockey Records in Olympic : अंग्रेजों की देन हॉकी के खेल को ओलिंपिक गेम्स में पहली बार साल 1908 में शामिल किया गया. हॉकी के ओलिंपिक में शामिल होते ही भारतीय खिलाड़ियों ने इस खेल पर न सिर्फ कब्जा जमाया बल्कि पूरी दुनिया को हॉकी स्टिक के जादू से झुका दिया. साल 1928 के एंटवर्प ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम पहली बार खेलने गई और सभी यूरोपियन टीमों को मात देते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. इसके बाद भारतीय हॉकी का गोल्डन युग ऐसा शुरू हुआ कि भारत ने अगले दो दशक तक अंग्रेजों के खेल पर दबदबा बनाया और लगातार छह गोल्ड मेडल जीतकर पूरी दुनिया को अपनी ताकत दिखा डाली. हालांकि साल 1980 के मास्को ओलिंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करने के 40 साल बाद भारतीय हॉकी टीम 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में कोई मेडल कांस्य पदक के रूप में जीत सकी. ऐसे में चलिए जानते हैं भारतीय हॉकी के कुछ अद्भुत रिकॉर्ड्स जो ओलिंपिक के इतिहास में अभी भी अमर हैं.
भारतीय हॉकी टीम के नाम ओलिंपिक में अभी तक दर्ज हैं ये रिकॉर्ड, जिसे कोई नहीं तोड़ सका :-
- भारती हॉकी टीम ने ओलिंपिक इतिहास में अभी तक कुल 12 मेडल जीते हैं, जो किसी देश के ओलिंपिक इतिहास में सबसे अधिक मेडल हैं.
- भारतीय हॉकी टीम ने अभी तक आठ ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीते हैं. जो कि किसी देश के द्वारा ओलिंपिक खेलों में जीते गए सबसे अधिक गोल्ड मेडल हैं. इसके बाद जर्मनी का नाम आता है. जिसके नाम चार ओलिंपिक गोल्ड मेडल शामिल हैं.
- भारतीय हॉकी टीम ने साल 1928 से लेकर साल 1956 तक लगातार छह ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीते, जो कि किसी टीम द्वारा ओलिंपिक इतिहास में लगातार जीते गए सबसे अधिक गोल्ड मेडल हैं.
- साल 1932 के लॉस एंजिल्स ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने अमेरिका के खिलाफ 24-1 से जीत दर्ज की थी. जो कि ओलिंपिक इतिहास के किसी एक मैच में सबसे अधिक दागे गए 24 गोल्ड भारत के नाम हैं.
- अमेरिका के खिलाफ भारत के रूप सिंह ने एक मैच में 10 गोल दागे थे, जो कि ओलिंपिक इतिहास में किसी एक हॉकी मैच में एक खिलाड़ी द्वारा किए गए सबसे अधिक गोल हैं.
- 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक के फाइनल में भारत के बलबीर सिंह ने पांच गोल किए थे, जो कि किसी खिलाड़ी द्वारा फाइनल में किए गए सबसे अधिक गोल हैं.
- भारतीय हॉकी टीम के नाम एक ओलिंपिक में सबसे कम या फिर एक भी गोल नहीं खाने का रिकॉर्ड दर्ज है. भारतीय हॉकी टीम ने 1928 के अपने पहले एम्सटर्डम ओलिंपिक में बिना एक भी गोल खाए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. जबकि ऐसा ही कारनामा भारतीय हॉकी टीम ने 1956 में मेलबर्न ओलिंपिक में भी किया था.
- भारतीय हॉकी टीम ओलिंपिक इतिहास में किसी दो ओलिंपिक गेम्स में बिना एक भी गोल खाए दो गोल्ड मेडल जीतने वाली इकलौती टीम है.
- भारतीय हॉकी टीम किसी एक ओलिंपिक गेम्स में सबसे अधिक गोल करने वाली टीम भी है. भारतीय हॉकी टीम ने 1980 के मास्को ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतते हुए पूरे टूर्नामेंट के दौरान सबसे अधिक 43 गोल बरसाए थे, जो कि अभी तक कायम है.
- 1936 के बर्लिन ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने फाइनल मैच में जर्मनी को 8-1 से हराया था, जो कि ओलिंपिक इतिहास में फाइनल में जीतने वाली टीम का बेस्ट स्कोर है. इस मैच में हॉकी के जादूगर ध्यानचंद ने चार गोल दागे थे.
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