जापान के आइची-नागोया में आयोजित होने वाले 2026 एशियाई खेलों में खेल गांव नहीं होगा और खिलाड़ियों को होटलों तथा क्रूज जहाजों में ठहराया जाएगा. एशियाई खेलों में यह पहली बार होगा जब खिलाड़ियों के लिए कोई खेल गांव नहीं होगा. एशिया ओलिंपिक परिषद की 44वीं आम सभा के दौरान जापान ओलिंपिक समिति के पूर्व अध्यक्ष त्सुनेकाजू ताकेडा ने 8 सितंबर को बताया कि आइची प्रांत और नागोया शहर द्वारा सह-मेजबानी की जाने वाली महाद्वीपीय आयोजन में कोई ओलिंपिक गांव नहीं होगा.
ताकेडा ने खेलों की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘हमारे पास खेल गांव नहीं होगा क्योंकि खेल दो राज्यों में आयोजित किए जाएंगे. इसके बजाय हम एथलीटों और गणमान्य व्यक्तियों को होटलों और क्रूज जहाजों में ठहराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हमने होटल के कमरों के अलावा 4,000 एथलीटों और अधिकारियों के लिए क्रूज जहाजों की व्यवस्था की है.’
ताकेडा का यह विचार हालांकि कुवैत और फलस्तीन जैसे कई ओसीए सदस्यों को पसंद नहीं आया, जिन्होंने चिंता जताई और कहा कि ऐसा कदम खेलों की भावना के अनुरूप नहीं होगा. नवनिर्वाचित ओसीए अध्यक्ष रणधीर सिंह भी इस विचार से खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें एक जगह रहना चाहिए इसलिए युवाओं को एक साथ रखने के लिए खेल गांव सबसे महत्वपूर्ण है. इस तरह के आयोजन में खेल गांव का जीवन सबसे महत्वपूर्ण है.’
रणधीर ने संकेत दिया कि ओसीए टीम के साथ-साथ व्यक्तिगत स्पर्धाओं में भागीदारी की संख्या कम करने पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘पिछली बार 40 खेलों में 15,0000 एथलीटों ने भाग लिया था, पिछली बार फुटबॉल में 32 टीमें थीं लेकिन इस बार हम इस संख्या को शीर्ष आठ टीमों की तरह सीमित करना चाहेंगे. व्यक्तिगत आयोजनों में भी ऐसा होगा. हमें संख्याओं को सीमित करने की आवश्यकता है. दो या तीन अधिक प्रतिनिधित्व नहीं हो सकते.’