दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु ने सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीतकर अपने 28 महीने के खिताब का सूखा खत्म कर लिया है. उन्होंने चीन की वू लुओ यू को फाइनल में हराकर तीसरी बार इस खिताब को जीता. इससे पहले उन्होंने साल 2017 और 2022 में सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट अपने नाम किया था. भारतीय स्टार ने चीन की खिलाड़ी को सीधे गेमों में 21-14, 21-16 से हराया.
जुलाई 2022 में सिंगापुर ओपन में जीत के बाद ये सिंधु का पहला खिताब है. वोदो साल से अधिक समय के बाद पोडियम पर वापस आई हैं. इस साल की शुरुआत में सिंधु ने मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 के फाइनल में जगह बनाई थीं. वुमेंस सिंगल में जहां सिंधु ने जीत दर्ज की. वहीं वुमेंस डबल्स में भी भारत की त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने कमाल कर दिया. भारतीय जोड़ी ने बाओ ली जिंग और ली कियान की चीन की जोड़ी को सीधे गेम में हराकर अपना पहला सुपर 300 खिताब जीता.
त्रीसा और गायत्री ने भी रचा इतिहास
चीन में सत्र के अंत में होने वाले विश्व टूर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी त्रीसा और गायत्री ने चीन की जोड़ को महज 40 मिनट में 21-18, 21-11 से मात दी. कॉमनवेल्थ गेम्स की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट जोड़ी के लिए ये ऐतिहासिक जीत है, क्योंकि त्रीसा और गायत्री इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला युगल जोड़ी बन गईं. साल 2022 में ये जोड़ी रनरअप रही थीं.
भारत के पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और साई प्रतीक की मेंस डबल्स जोड़ी और तनीषा क्रस्टो और ध्रुव कपिला की मिक्स्ड डबल्स जोड़ी ने अपना अभियान रनर के तौर पर समाप्त किया. पृथ्वी और साइ ने 71 मिनट तक चले कड़ी चुनौती पेश की, लेकिन उन्हें चीन के हुआंग डि और लियू यांग से 14-21, 21-19, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा. वहीं तनीषा और ध्रुव की जोड़ी एक गेम की बढ़त गंवाकर मिश्रित युगल के फाइनल में थाईलैंड के डेचापोल पुआवारानुक्रोह और सुपिसारा पाएवसम्प्रान की जोड़ी से 21-18 14-21 8-21 से पराजित हो गई.
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