एलीट इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंटों में भारत का खराब प्रदर्शन जारी रहा और थाईलैंड ओपन सुपर 500 में भी भारत की चुनौती जल्द समाप्त हो गई. दुनिया की दसवें नंबर की महिला जोड़ी त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद इस टूर्नामेंट में भारत की आखिर उम्मीद थे, मगर उनकी हार के साथ ही वह आखिरी उम्मीद भी चकनाचूर हो गई और इसी के साथ सभी भारतीय खिलाड़ी बाहर हो गए.
मालविका बंसोड़ भी बाहर
ओडिशा मास्टर्स 2022 और अबु धाबी मास्टर्स 2023 विजेता 17 साल की उन्नति हुड्डा को थाईलैंड की टॉप वरी पॉर्नपावी चोचुवोंग ने 39 मिनट में 21- 14, 21- 11 से हराया. दुनिया की 23वें नंबर की खिलाड़ी मालविका बंसोड़ को पूर्व वर्ल्ड चैंपियन थाईलैंड की रेचानोक इंतानोन ने 21- 12, 21-16 से हराया. वहीं आकर्षि कश्यप को सुपनिदा केटथोंग ने 34 मिनट के भीतर 21-9, 21-14 से हराया.
मैंस सिंगल में तरुण मन्नेपल्ली को डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन ने 21- 14, 21-16 से मात दी. भारत का कोई खिलाड़ी इस साल बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर टूर्नामेंट के फाइनल में नहीं पहुंच सका है. लक्ष्य सेन, पीवी सिंधु और एच एस प्रणय खराब फॉर्म, चोटों और बीमारी से जूझ रहे हैं.
इससे पहले रक्षिता श्री संतोष रामराज पहले दौर में सिंगापुर की यिओ जिया मिन से 18-21, 7- 21 से हार गई थी. पूर्व नेशनल चैंपियन अनुपमा उपाध्याय को इंतानोन के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 11-21, 9-21 से हार का सामना करना पड़ा था. के सेल्वम और एस सिंघी की विमंस डबल्स और पी कृष्णमूर्ति रॉय और एस प्रतीक के की पुरुष युगल जोड़ी को भी पहले दौर में हार झेलनी पड़ी.