फ्रेंच ओपन 2025 में 361वीं रैंकिंग की वाइल्डकार्ड खिलाड़ी लोइ बोइसन ने हाहाकारी जीत हासिल करके धमाका मचा दिया है.फ्रांस की वाइल्डकार्ड खिलाड़ी लोइ बोइसन ने छठी रैंकिंग की मिर्रा आंद्रीवा को 7-6, 6-3 से हराकर फ्रेंच ओपन के विमंस सिंगल के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. 22 साल की बोइसन 1989 के बाद अपने डेब्यू ग्रैंडस्लैम में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई. उस समय मोनिका सेलेस और जेनिफर कैप्रियाती ने यह कमाल किया था. उन्होंने 1980 और 1999 में यह कमाल किया किया था. वह 1999 एमेली मोरेस्मो के बाद ग्रैंडस्लैम सेमीफाइनल में पहुंचने वाली सबसे युवा फ्रेंच खिलाड़ी हैं.
बोइसन के नाम रिकॉर्ड
बोइसन ने 2011 में मैरियन बार्टोली के बाद अपने घरेलू स्लैम में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली पहली फ्रांसीसी महिला बनकर पूरे देश के खेल फैंस के बीच अपनी जगह बना ली है. वह 1999 में एमिली मोरेस्मो के बाद से इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की फ्रांसीसी खिलाड़ी हैं. उन्होंने कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिए हैं.वह 2017 के बाद से किसी मेजर टूर्नामेंट में सबसे कम रैंक वाली सेमीफाइनलिस्ट हैं. वह 1968 में ओपन एरा की शुरुआत के बाद से फ्रेंच ओपन में पहली वाइल्डकार्ड सेमीफाइनलिस्ट हैं. मैच के बाद बोइसन ने दो घंटे से ज्यादा चले मुकाबले में लगातार सपोर्ट करने वाले घरेलू दर्शकों का दिल से शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा-
यह अविश्वसनीय है. इस तरह मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद - मेरे पास शब्द नहीं हैं.मैंने थोड़ा ज़्यादा दौड़ लगाई,क्योंकि मैं शुरुआत में बहुत तनाव में थी, लेकिन मैंने पहले सेट में कड़ी मेहनत की, जो बहुत ही कठिन था. दूसरे सेट की शुरुआत में मुझे थोड़ा खाली सा महसूस हुआ, लेकिन मैंने वहीं टिके रहकर काम पूरा किया.
लोइ बोइसन का अब सेमीफाइनल में कोको गॉफ से मुकाबला होगा और उनकी कोशिश उनके डेब्यू ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने की होगी.