मोहम्मद सिराज बल्लेबाजों का काल बनते जा रहे हैं. दिन पर दिन वो बल्लेबाजों के लिए और खतरनाक साबित होते जा रहे हैं. समय के बाद उनकी गेंदबाजी कितनी निखर रही है, इसकी एक बानगी तो कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में पूरी दुनिया ने देख ली. पिछले एक साल में सिराज बल्लेबाजों के मन में अपने नाम का खौफ बैठा चुके हैं, मगर वो टीम इंडिया के सबसे अहम खिलाड़ी बन गए. उन्होंने महज सालभर में ही टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली वरना एक समय तो उन्हें किसी ने पूछा तक नहीं था, मगर सिराज ने हार नहीं मानाी और अपनी लड़ाई जारी रखी.
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यहां तक पहुंचने के लिए सिराज ने 50 हजार किलोमीटर का सफर किया. अपने इस सफर में वो इसी साल जनवरी में नंबर एक गेंदबाज भी बने. उनका सफर शुरू 4 साल पहले एडिलेड में हुआ था. उन्होंने जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. वो अपने डेब्यू में बुरी तरह से पिटे. वो विकेट नहीं ले पाए थे. यहां तक कि 76 रन भी लुटा दिए थे. एडिलेड में पिटने के बाद वो टीम से ऐसे बाहर हुए कि करीब 3 साल तक उनकी वापसी नहीं हुई.
पिछले साल हुई थी वापसी
पिछले साल ही फरवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैच में उनकी टीम इंडिया में वापसी हुई थी. ये मुकाबला अहमदाबाद में खेला गया था. इसके बाद तो वो टीम के अहम खिलाड़ी बन गए. सिराज का एडिलेड से जो सफर शुरू हुआ था, वो 3 साल के ब्रेक के बाद पिछले साल अहमदाबाद पहुंचा. इसके बाद इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, जिम्बाब्वे दौरे पर गए. साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज खेले और फिर वो एशिया कप के लिए श्रीलंका पहुंचे और टीम को चैंपियन बना दिया.
1002 बॉल में 50 विकेट
सिराज ने 2019 में एडिलेड से लेकर एशिया कप के लिए श्रीलंका पहुंचने तक टीम इंडिया के साथ करीब 50 हजार किलोमीटर का सफर किया. अपने इस सफर के दौरान वो दिन पर दिन बेहतरीन गेंदबाज बने. इस सफर के दौरान वो टीम इंडिया के लिए 29 वनडे खेले, जिसमें कुल 53 विकेट लिए. डेब्यू मैच में खराब प्रदर्शन के बाद टीम से बाहर होने वाले सिराज आज वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 50 विकेट पूरे करने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं. उन्होंने 1002 बॉल में अपने 50 वनडे विकेट पूरे किए.
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