Asian Games : भारत को फाइनल में पहुंचाने वाली गेंदबाज के पिता को बेटी से शिकायत, किस काम से नहीं थे खुश?

पूजा वस्त्राकर ने सेमीफाइनल में बांग्‍लादेश के खिलाफ 17 रन पर 4 विकेट लिए. वो एशियन गेम्‍स की ऑरिजिनल स्‍क्‍वॉड का भी हिस्‍सा नहीं थीं. उन्‍हें स्‍टैंडबाय प्‍लेयर के रूप में चुना गया था. 

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एशियन गेम्‍स के फाइनल में पहुंचा भारतसेमीफाइनल में बांग्‍लादेश को हरायापूजा वस्‍त्राकर ने लिए 4 विकेट

भारतीय महिला क्रिकेट टीम एशियन गेम्‍स के फाइनल में पहुंच गई है. इसी के साथ भारत का एक मेडल भी पक्‍का हो गया है. भारत ने सेमीफाइनल में बांग्‍लादेश को 8 विकेट से हराया. भारतीय गेंदबाजों ने बांग्‍लादेश की पूरी टीम को 17.5 ओवर में 51 रन पर ऑलआउट कर दिया था. 52 रन के टारगेट को स्‍मृति मांधना की टीम ने 70 गेंद पहले ही 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर दिया. भारत की कमाल की जीत की स्‍टार रही पूजा वस्‍त्राकर, जिन्‍होंने 17 रन पर 4 विकेट लिए. वस्‍त्राकर ने टीम को फाइनल में पहुंचाया, जबकि वो तो एशियन गेम्‍स की ऑरिजिनल स्‍क्‍वॉड का भी हिस्‍सा भी नहीं थी. उन्‍हें स्‍टैंडबाय प्‍लेयर के रूप में टीम में शामिल किया गया था.


वस्‍त्राकर ने अपनी गेंदों से बांग्‍लोदशी बल्‍लेबाजों को खूब परेशान किया और अब वो ऐतिहासिक गोल्‍ड मेडल के काफी करीब है. उन्‍होंने बचपन से ही भारत के लिए खेलने और देश का नाम रोशन करने का सपना देखा था. यहां तक कि जब वो क्रिकेट के लिए पैसे मांगती थी तो उनके पिता उन्‍हें कहते थे कि वो क्रिकेट में पैसे क्‍यों बर्बाद करती है. पिता को भी वो वस्‍त्राकर सिर्फ इतना ही कहती थीं कि देखना, एक दिन वो भारत के लिए खेलेंगी. अब उनके पिता बंधन राम का ही कहना है कि उन्‍होंने तो क‍भी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी किसी दिन भारत के लिए खेलेगी, मगर उनकी बेटी को खुद पर बहुत विश्‍वास था.

 

बेटी के काम से खुश नहीं थे पिता

 

इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार बंधन राम आज बेटी की उपलब्धि को देखकर बहुत गर्व करते हैं, मगर उन्‍हें वस्‍त्राकर से शिकायत भी रहती है. उन्‍हें वस्‍त्राकर से अक्‍सर शिकायत रहती थी कि वो बहुत अधिक खर्च करती हैं. हालांकि एक समय बाद उन्‍होंने बेटी के किसी भी काम पर हैरान होना बंद कर दिया था. यहां तक कि जब पिछले टी20 वर्ल्‍ड कप पर जाने से पहले वस्‍त्राकर ने 15 लाख की कार खरीदी तो उस वक्‍त भी उनके पिता ज्‍यादा खुश नहीं थे. उन्‍होंने उसे पैसों की बर्बादी बताया था.

 

पिता की लाडली

 

इस साल फरवरी में भारत की इस स्‍टार गेंदबाज को विमंस प्रीमियर लीग के ऑक्‍शन में मुंबई इंडियंस ने 1.9 करोड़ रुपये में खरीदा था. उनके पिता चाहते थे कि ऑक्‍शन के पैसों को खर्च करने की बजाय उनकी बेटी फिक्‍स्‍ड डिपोजिट में डाल दें. वस्‍त्राकर 7 भाई-बहनों में सबसे छोटी है और हमेशा से अपने पिता की लाडली भी रही हैं. ऐसे में उनके पिता को अपनी बेटी की चिंता भी रहती है. 

 

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