BPL Final: T20WC से भारत को बाहर करने वाले बल्लेबाज ने कोमिला विक्टोरियंस को बनाया चौथी बार चैंपियन, सिलहट को मिली 7 विकेट से हार

बांग्लादेश प्रीमियर लीग (Bangladesh Premier League) का फाइनल खत्म हो चुका है और कोमिला विक्टोरियंस (Comilla Victorians) ने चौथी बार खिताब पर कब्जा कर नया इतिहास बना दिया है.

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बांग्लादेश प्रीमियर लीग (Bangladesh Premier League) का फाइनल खत्म हो चुका है और कोमिला विक्टोरियंस (Comilla Victorians) ने चौथी बार खिताब पर कब्जा कर नया इतिहास बना दिया है. टूर्नामेंट का फाइनल जब सिलहट स्ट्राइकर्स (Sylhet Strikers) और कोमिला विक्टोरियंस के बीच तय हुआ था तभी फैंस की रुची काफी ज्यादा बढ़ गई थी. क्योंकि दोनों टीमें टूर्नामेंट में अपने धांसू खेल के लिए जानी जाती है. कोमिला की टीम इस फाइनल से पहले तीन फाइनल खेल चुकी थी और उसे एक में भी हार का सामना नहीं करना पड़ा था. वहीं मशरफे मुर्तजा ने भी 4 फाइनल खेले हैं और एक भी फाइनल नहीं गंवाया है. ऐसे में ये मुकाबला एक तगड़ा मुकाबला था.

 

 

 

नजमुल हुसैन की पारी पर फिरा पानी


विक्टोरियंस ने टॉस जीता और खचाखच भरे मीरपुर के मैदान पर लक्ष्य का पीछा करने का फैसला किया. बांग्लादेश प्रीमियर लीग के इस सीजन की सबसे धांसू ओपनिंग जोड़ी नजमुल हुसैन शांतो और तौहीद हृदोय ने सिलहट के गेंदबाजों पर अटैक करने में बिल्कुल भी समय नहीं लगाया. शांतो ने आंद्रे रसेल के पहले ही ओवर में 18 रन ठोक डाले. लेकिन तौहीन बिना खाता खोले अगले ही ओवर में पवेलियन लौट गए. उन्हें तनवीर इस्लाम ने आउट किया. इसके बाद टीम के कप्तान मशरफे आए और वो भी ज्यादा खास नहीं कर पाए.

 

मशरफे को पावरप्ले को देखते हुए ऊपर भेजा गया था लेकिन सिर्फ 1 रन बनाकर वो भी पवेलियन लौट गए. हालांकि बाद में मुशफिकुर रहीम और शांतो ने बल्ले से आगे लगाना शुरू कर दिया. दोनों ने 56 गेंद पर 76 रन की साझेदारी की लेकिन तभी शांतो ने उन्हें पवेलियन भेज दिया.  इसके बाद दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे लेकिन मुशफिकुर क्रीज पर जमे रहे. शांतो 45 गेंद पर 64 रन बनाकर आउट हुए. वहीं मुशफिकुर ने 48 गेंद पर 74 रन ठोके. इस तरह सिलहट को 175 रन का विशाल स्कोर मिला.  मुस्तफिजुर ने सबसे ज्यादा 31 रन देकर 2 विकेट लिए.

 

जॉनसन चार्ल्स के तूफान से जीता कोमिला


लक्ष्य का पीछा करने उतरी विक्टोरियंस के ओपनर लिटन दास ने हर गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाना शुरू कर दिया. लेकिन तभी 27 के कुल स्कोर पर टीम को पहला झटका लगा जब सुनील नरेन सिर्फ 10 रन बनाकर रूबल हुसैन की गेंद पर पवेलियन चल बैठे. इसके बाद इमरुल केस भी कुछ खास नहीं कर पाए और सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन साल 2016 टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में अर्धशतक जड़ भारत को टूर्नामेट से बाहर करने वाले वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज जॉनसन चार्ल्स ने किसी भी गेंदबाज को नहीं छोड़ा और जमकर रन बनाए. इस बल्लेबाज ने 52 गेंद पर 79 रन ठोके. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 151 की स्ट्राइक रेट से रन बटोरे और 7 चौके और 5 छक्के लगाए. जॉनसन ने जब तक टीम को जीत नहीं दिला दी तब तक ये बल्लेबाज आउट नहीं हुआ. मोईन अली ने उनका पूरा साथ दिया. इसका नतीजा ये रहा कि, 4 गेंद शेष रहते ही कोमिला की टीम ने ये फाइनल 7 विकेट से जीतकर खिताब पर कब्जा कर लिया.

 

जॉनसन चार्ल्स को उनकी धांसू पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया. वहीं सिलहट स्ट्राइकर्स के बल्लेबाज नजमुल हुसैन शांतो को टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 516 रन और 1 विकेट लेने लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया.

 

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