कोयंबटूर। मुंबई के रहने वाले युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने दिलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy Final) के फाइनल में ताबड़तोड़ दोहरा शतक जड़ डाला. जिसके चलते उनकी टीम वेस्ट जोन ने साउथ जोन के खिलाफ तीसरे दिन एक बार फिर से मैच में पकड़ बना ली है. पांच दिवसीय फाइनल मुकाबले के तीसरे दिन के अंत तक साउथ जोन के खिलाफ वेस्ट जोन ने तीन विकेट में 376 रन बनाकर 319 रन की बढ़त कायम कर ली और उसके सात विकेट विकेट है. वेस्ट जोन की तरफ से जायसवाल ने 244 गेंद में नाबाद 209 रनों की पारी के दौरान 23 चौके और तीन छक्के जड़े.
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110 रनों की हुई ओपनिंग साझेदारी
मैच में इससे पहले साउथ जोन ने दिन की शुरुआत सात विकेट पर 318 रन से की लेकिन इसमें सिर्फ नौ रन के इजाफे के साथ टीम की पूरी पारी सिमट गई. पहली पारी में महज एक रन बनाने वाले जायसवाल ने दूसरी पारी में सकारात्मक शुरुआत करते हुए तेज गेंदबाज बासिल थंपी और सीवी स्टीफन के खिलाफ तेजी से रन जुटाए. उन्होंने पहले विकेट के लिए प्रियांक पंचाल (40) के साथ पांच रन प्रति ओवर के हिसाब से 110 रन की साझेदारी की.
रहाणे ने किया निराश
साउथ जोन के कप्तान हनुमा विहारी ने शानदार लय में चल रहे साई किशोर (100 रन पर दो विकेट) को आक्रमण में लगाने में देरी की. साई किशोर ने हालांकि गेंद से जिम्मा संभालते ही पंचाल को चलता किया. इसके बाद कृष्णप्पा गौतम (139 रन पर एक विकेट) ने अजिंक्य रहाणे (15) का विकेट चटकाया. कप्तानी रहाणे ने एक बार फिर बल्ले से निराश किया.
जायसवाल और अय्यर का पलटवार
जायसवाल और अय्यर ने इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आसान हुई परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए स्पिनरों के खिलाफ मन मुताबिक रन बटोरे. अय्यर ने 113 गेंद की पारी में चार चौके और दो छक्के जड़े. बल्लेबाजी के लिए परिस्थिति आसान होने के बाद वेस्ट जोन दिन में एक और सेशन में बल्लेबाजी कर पारी घोषित करने की कोशिश करेगा ताकि उसके गेंदबाजों को साउथ जोन के 10 विकेट चटकाने के लिए पांच सत्र मिले. साउथ जोन को खिताब जीतने के लिए कम से कम इस मैच को ड्रॉ करना होगा. टीम लक्ष्य का पीछा कर या पहली पारी में बढ़त के आधार पर खिताब जीत सकती है.
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