भारत को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में तिलक वर्मा और रवि बिश्नोई की साझेदारी ने जीत दिलाई. इन दोनों ने नौवें विकेट के लिए 20 रन की अटूट साझेदारी की और चार गेंद बाकी रहते मैच अपने नाम कर लिया. बिश्नोई पांच गेंद में दो चौकों से नौ रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने मैच के बाद कहा कि इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी डाली थी जिसमें लिखा था कि केवल बल्लेबाजों की ही मौज क्यों होनी चाहिए. अब उन्होंने खुद बैटिंग करते हुए भारत की जीत में मदद की. वे लगातार बैटिंग पर काम कर रहे हैं. बिश्नोई का यह टी20 इंटरनेशनल में भारत के लिए सर्वोच्च स्कोर है. भारत को जीत के लिए 166 रन का लक्ष्य मिला था. इसका पीछा करते हुए उसने सात विकेट 126 और आठवां 146 के स्कोर पर गंवा दिया था. लेकिन तिलक ने नाबाद 72 रन की पारी के साथ भारत को सीरीज में 2-0 से आगे कर दिया.
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बिश्नोई ने मैच के बाद कहा कि वे कोशिश कर रहे थे कि जितना ज्यादा हो सके उतना तिलक स्ट्राइक पर रहे क्योंकि वह सेट हो चुके थे. उन्होंने बताया, 'हमने एक दूसरे से कहा कि चलो कोशिश करते हैं, हम इसे हासिल कर लेंगे. वह सेट था और मैं कोई बेतरतीब शॉट नहीं खेलना चाहता था क्योंकि हमारे पास बहुत कम विकेट बचे थे. आज मैंने इंस्टाग्राम पर एक रील पोस्ट की थी जिसमें कहा था कि सिर्फ बल्लेबाज ही क्यों मौज उड़ाएं. आज मुझे मौका मिला तो थोड़े मजे मैंने भी किए. यह बताइए मेरी बैटिंग कैसी लगी आपको? मैं काफी दिनों से प्रैक्टिस कर रहा हूं, आप लोग देख नहीं रहे हैं.'
बिश्नोई ने बताया कैसे लिविंगस्टन को लगाया चौका
बिश्नोई ने लियम लिविंगस्टन और ब्रायडन कार्स को चौके लगाए. उन्होंने 19वें ओवर में लिविंगस्टन को लगाए चौके के बारे में कहा, 'जब स्लिप लगाई गई तो मुझे पता चल गया कि वह लेग स्पिन के जरिए मुझे आउट करने की कोशिश करेगा. लेकिन मैंने उसे स्पिन के साथ चौका मार दिया.'
तिलक ने बिश्नोई को सराहा
तिलक ने भी बिश्नोई की पारी को सराहा. उन्होंने कहा, 'एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की तरह उसने बैटिंग की. मैंने उससे कहा था कि तू रोक लेना बाकी मैं खत्म कर दूंगा. इसके बाद उसने लिविंगस्टन को चौका मारा और मेरे लिए काम आसान कर दिया.'