क्या टीम इंडिया टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए पूरी तरह फिट नहीं है? गौतम गंभीर का चौंकाने वाला खुलासा

गौतम गंभीर ने कहा कि हमारी टीम उतनी फिट नहीं है जितनी होनी चाहिए. लेकिन मुझे उम्मीद है कि हमारे पास समय है और हम उस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे.

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भारत के हेड कोच गौतम गंभीर

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गौतम गंभीर ने कहा कि हमारी टीम और फिट होने की जरूरत है

गंभीर ने बताया कि समय के साथ हम वहां पहुंच जाएंगे

भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने सोमवार को साफ-साफ कह दिया कि 2026 टी20 वर्ल्ड कप में अब बस कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन फिटनेस के मामले में टीम अभी वहां नहीं पहुंची जहां होना चाहिए. उन्होंने बताया कि उन्होंने खिलाड़ियों से बात की है कि क्या सुधार चाहिए. गंभीर का साफ कहना है कि, ये बड़ा टूर्नामेंट है, घर में खेलना है, तो सबकुछ परफेक्ट चाहिए.

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ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से जीते

गंभीर ये बातें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज जीत के कुछ घंटे बाद कह रहे थे. भारत ने सीरीज 2-1 से जीती, आखिरी मैच बारिश की भेंट चढ़ गया. गंभीर के कोच बनने के बाद भारत ने अब तक कोई टी20 सीरीज नहीं हारी. लेकिन टीम इंडिया ने यहां ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ सीरीज नहीं खेली क्योंकि ज्यादातर खिलाड़ी एशेज की तैयारी में लगे थे.

पहले टेस्ट पर फोकस, साउथ अफ्रीका से भिड़ंत

बीसीसीआई को दिए इंटरव्यू में गंभीर से जब टीम के अगले लक्ष्य को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, "सबसे पहले तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैच हैं. ये वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मैच हैं, और वो भी अच्छा खेल रहे हैं. हम जानते हैं कि टेस्ट साइकिल कितनी अहम है, ये दोनों मैच बहुत जरूरी हैं." बता दें कि, पहला टेस्ट 14 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होगा, दूसरा 22 नवंबर से गुवाहाटी में.

टी20 वर्ल्ड कप घर में, फिटनेस पर जोर

गंभीर ने आगे कहा कि, "फिर अगला बड़ा फोकस टी20 वर्ल्ड कप होगा, जो घर में खेला जाएगा. मेरे लिए ये दो चीजें सबसे अहम हैं, टेस्ट और टी20. मैं ये नहीं कह रहा कि 50 ओवर के फॉर्मेट पर ध्यान नहीं देंगे, लेकिन फिटनेस के नजरिए से हम अभी टी20 वर्ल्ड कप के लिए तैयार नहीं हैं जहां होना चाहिए."

गंभीर ने आगे कहा कि, मैंने खिलाड़ियों से भी यही बात की कि, हमें बिलकुल शार्प होने चाहिए, फिट होना होगा, तेज दौड़ना होगा. जितने फिट रहेंगे, उतने मानसिक रूप से मजबूत होंगे. दबाव के मैचों में बॉडी स्ट्रॉन्ग होगी तो दिमाग भी नहीं डगेगा. उम्मीद है लड़के फिटनेस की अहमियत समझते हैं. अभी तीन महीने बाकी हैं, हम वहां पहुंच जाएंगे जहां होना चाहिए.

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