भारतीय क्रिकेट टीम के कौनसे 11 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में खेलेंगे, अभी यही सबसे बड़ा सवाल है. रोहित शर्मा और शुभमन गिल के नहीं होने से दो बदलाव तो तय माने जा रहे हैं. इसके अलावा तेज गेंदबाजी में कौनसे नाम होंगे इस पर भी असमंजस का माहौल है. पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट खेला जाएगा. यहां की पिच तेज गेंदबाजों के लिए जन्नत सरीखी है ऐसे में भारत तीन स्पेशलिस्ट समेत चार तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकती है. इसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज का खेलना तय है. तीसरे पेसर की भूमिका के लिए तीन नाम हैं- आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा. समझा जाता है कि तीसरे पेसर की रेस प्रसिद्ध और हर्षित के बीच है. इन दोनों में से कोई एक 22 नवंबर से पर्थ में शुरू हो रहे पहले टेस्ट में भारत की प्लेइंग इलेवन में हो सकता है.
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दिल्ली से आने वाले हर्षित ने अभी तक केवल 10 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं और टेस्ट का कोई अनुभव नहीं है. लेकिन उन्होंने लगातार 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक की गति और अच्छी उछाल हासिल करने की क्षमता के साथ शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने बड़े-बड़े दिग्गजों को भी प्रभावित किया है. टीम इंडिया के मैच सिम्युलेशन के दौरान उन्होंने लगातार शॉर्ट पिच बॉलिंग की और इसने बल्लेबाजों को काफी तंग किया. ऐसे में उन्होंने डेब्यू के लिए मजबूत दावा पेश किया है. पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम की पिच से तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है.
प्रसिद्ध कृष्णा ने साउथ अफ्रीका में किया था डेब्यू
वहीं साउथ अफ्रीका दौरे पर 2023 में डेब्यू करने वाले प्रसिद्ध कृष्णा भी पर्थ टेस्ट खेलने की रेस में है. टीम इंडिया के बॉलिंग कोच मोर्ने मॉर्कल ने कर्नाटक के इस खिलाड़ी के साथ काफी समय बिताया. प्रसिद्ध ने इंडिया ए की ओर से खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ जबरदस्त खेल दिखाया था. अपने लंबे कद के चलते वे पिच से उछाल हासिल करने में सफल रहते हैं. उनकी यह काबिलियत ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर कारगर रह सकती है. हालांकि साउथ अफ्रीका दौरे पर वे बुरी तरह नाकाम रहे थे.
मोहम्मद शमी को करना होगा इंतजार
भारतीय टीम सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया बुलाने में जल्दबाजी नहीं करेगी. बीसीसीआई की मेडिकल टीम और सेलेक्टर्स चाहते हैं कि शमी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुछ मैच खेलें. इससे यह देखा जा सके कि कई मैचों के बाद भी उनका शरीर ठीक है या नहीं, फिर भले ही यह सफेद गेंद का टूर्नामेंट हो. ऐसे में शमी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे हाफ में टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं. एक साल बाद प्रतिस्पर्धी मैच में उतरे शमी ने इंदौर में मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल की ओर से प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उन्होंने सात विकेट लेने के साथ ही दूसरी पारी में तेजतर्रार पारी खेली थी जिससे बंगाल को रोमांचक जीत मिली थी.