इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में खिलाड़ियों के बीच जुबानी जंग का ठीकरा भारत पर फोड़ा. उनका कहना है कि इंग्लिश टीम ने हमेशा खेल भावना के हिसाब से खेलने की कोशिश की. लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने उकसाया. उन्होंने तीसरे दिन के खेल में जैक क्रॉली और बेन डकेट को छेड़ा. इसके बाद इंग्लैंड ने जवाब देने का फैसला किया. ब्रूक ने मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बयान दिया. तीसरे टेस्ट के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को आईसीसी ने डकेट को कंधा मारने पर सजा दी. हालांकि इंग्लिश खिलाड़ी को छोड़ दिया गया.
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ब्रूक ने बताया कि तीसरे दिन के खेल के आखिरी ओवर में जिस तरह से भारतीय खिलाड़ियों ने क्रॉली और डकेट को छेड़ा उसे देखकर इंग्लिश टीम ने जवाब देने का फैसला किया. बुमराह ने इंग्लैंड की दूसरी पारी का पहला ओवर तीसरे दिन फेंका था. तब क्रॉली ने समय खराब करने की रणनीति बनाई जिससे कि एक ही ओवर हो सके. इस भारत के कप्तान शुभमन गिल ने तीखा रुख अपनाया था. ब्रूक ने इसी घटना का जिक्र किया.
ब्रूक ने लॉर्ड्स टेस्ट में तनातनी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा,
हमने देखा कि उनके लागों ने क्रीप्स (जैक क्रॉली) और डकी (बेन डकेट) को निशाना बनाया. इसलिए हमारी एक छोटी से बात हुई और हमने फैसला किया कि हम एक टीम है, इसलिए हम भी एकजुट होकर उन्हें जवाब देते हैं. हम जितना हो सकता है उतना खेल भावना के हिसाब से खेलने की कोशिश करते हैं. और जैसा कि आपने कहा कि वे लोगों जब बुमराह बॉलिंग कर रहे थे तब काफी सख्ती बरत रहे थे. इसलिए हमने उसे देखा और तय किया कि जवाब देने का यह सही समय है.
ब्रूक ने कहा कि बहुत सारे लोगों ने उनसे कहा कि लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन ऐसा लग रहा था जैसे 11 खिलाड़ी दो भारतीयों के खिलाफ खेल रहे हों. उन्होंने कहा, मुझे काफी तारीफें मिली हैं. सब लोगों ने कहा कि मैच देखकर मजा आया. पिच पर 11 लोगों के सामने दो का मुकाबला, इसी तरह से आप एक टीम के रूप में पता करते हैं कि किस तरह से उन्हें आउट करना है और हर वक्त अच्छा होना जरूरी नहीं होता है. जैसा कि हमने पिछले सप्ताह देखा. हमने थोड़ा सा नाटक करने की कोशिश की और क्या पता उससे हमें फायदा हुआ या फिर फिर हमने अच्छी बॉलिंग की. यह मजेदार था और मुझे आगे का इंतजार है.
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