भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर तीन टेस्ट खेल चुकी है. पांच मैच की सीरीज में दो मुकाबले अभी बचे हैं. टीम इंडिया में 18 खिलाड़ी शामिल हैं और इनमें से केवल तीन- कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह और अभिमन्यु ईश्वरन- ऐसे हैं जिन्हें किसी मुकाबले में खेलने का मौका नहीं मिला. बाकी बचे दो मैच में भी इन तीनों का खेल पाना पक्का नहीं लग रहा. ये तीनों भले ही कोई टेस्ट न खेल पाएं हो लेकिन लगातार नेट प्रैक्टिस कर रहे हैं. मैच वाले दिनों में इन पर ड्रेसिंग रूम से मैदान में पानी, ग्लव्ज, हेलमेट जैसी चीजें ले जाने की जिम्मेदारी रहती है.
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तीनों खिलाड़ियों में से ईश्वरन और अर्शदीप ऐसे हैं जिनका अभी टेस्ट डेब्यू नहीं हुआ. कुलदीप के पास इस फॉर्मेट में भारत के लिए खेलने का अनुभव है. ईश्वरन पिछले कुछ सालों से लगातार भारत की टेस्ट स्क्वॉड में शामिल हो रहे हैं मगर डेब्यू नहीं हो पा रहा. वहीं अर्शदीप को पहली बार टेस्ट के लिए चुना गया. कुलदीप जब से इंग्लैंड पहुंचे हैं तब से अपनी ही टीम के बल्लेबाजों को बॉलिंग करा रहे हैं. वे उन्हें आउट करने और फंसाने के तरीके तलाश रहे हैं. वह और अर्शदीप कई बार मिलकर ईश्वरन को बैटिंग प्रैक्टिस में मदद करते हैं.
कोचिंग स्टाफ से मिल रहा सहारा
अर्शदीप, कुलदीप और ईश्वरन को कोचिंग स्टाफ से भी सहारा मिल रहा है. बॉलिंग कोच मॉर्ने मॉर्केल काफी समय कुलदीप और अर्शदीप के साथ बिताते हैं. वे साथ में ट्रेनिंग करते हैं. मॉर्कल दोनों को कई बार बॉलिंग के अलग-अलग टास्क देते दिखाई दिए हैं. वहीं भारत के कप्तान शुभमन गिल मैच से एक दिन पहले अर्शदीप और कुलदीप की गेंदों का सामना करते हैं. ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि तब भारत के प्रमुख बॉलर्स आराम करते हैं.
बैटिंग कोच सितांशु कोटक मुख्य बल्लेबाजों के साथ काम करने के बाद नेट बॉलर्स को लेकर ईश्वरन की तैयारी भी कराते हैं. कुलदीप और अर्शदीप भी इस दौरान बैटिंग प्रैक्टिस करते हैं.
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