जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड दौरे पर भारत की ओर से सभी पांच टेस्ट नहीं खेल पाएंगे. यह पहले से ही साफ हो चुका है. कहा जा रहा है कि वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते वे तीन टेस्ट ही खेल सकते हैं. लेकिन जसप्रीत बुमराह ने बताया कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि उन्हें कितने मैच खेलने हैं. लेकिन वे तीन मैच खेलने पर ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वे कौनसे टेस्ट में खेल सकते हैं. भारत और इंग्लैंड 20 जून से टेस्ट सीरीज का आगाज करेंगे. पहला मुकाबला हेडिंग्ले में खेला जाना है.
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बुमराह ने स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि अभी उनका शरीर केवल तीन टेस्ट का ही बोझ उठा सकता है. उन्होंने कहा, पहले टेस्ट में मेरा खेलना निश्चित रूप से तय है. इसके बाद वर्कलोड को देखते हुए हम फैसला करेंगे. मैं मुश्किल हालात में नहीं होना चाहता. मैं इसी वजह से कप्तान नहीं बनना चाहता था कि केवल तीन ही टेस्ट खेलूंगा.
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट की सीरीज अगस्त तक चलेगी. हेडिंग्ले के बाद भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम, लॉर्ड्स, मैनचेस्टर और दी ओवल में टेस्ट खेलना है. टीम इंडिया ने 2007 के बाद से इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. बुमराह की उपलब्धता आगामी सीरीज में भारत की संभावनाओं पर गहरा असर डालेगी. वे अभी जबरदस्त फॉर्म में हैं और इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड भी कमाल का रहा है.
भारत का पिछला टेस्ट दौरा ऑस्ट्रेलिया का रहा था और तब बुमराह ही इकलौते भारतीय बॉलर थे जो कमाल कर पाए थ. माना जाता है कि अगर सिडनी टेस्ट में वे पूरी तरह से फिट रहते हुए बॉलिंग करते तो सीरीज बराबर हो सकती थी.
बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट की वजह से ही टेस्ट कप्तानी की रेस से बाहर हो गए. उन्होंने कहा कि उनकी बीसीसीआई से कप्तानी को लेकर बात हुई थी. लेकिन सभी मैच नहीं खेल पाने की संभावना के चलते उन्होंने खुद को इस दावेदारी से अलग कर लिया. इसके बाद शुभमन गिल को कमान दी गई.
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