इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के कप्तान बनने के दावेदार थे. लेकिन बीसीसीआई ने उनकी जगह युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को यह जिम्मेदारी दी. जसप्रीत बुमराह ने तीन टेस्ट में भारत की कप्तानी संभाली है. उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐसा किया था. अब इस तेज गेंदबाज ने बताया कि क्यों वे भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान नहीं बने. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू होने वाली सीरीज से पहले इस बारे में खुलासा किया है.
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बुमराह ने स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि बीसीसीआई उन्हें कप्तान बनाना चाहता था. लेकिन वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते वे सभी मुकाबले नहीं खेल पाते. इस वजह से उन्होंने मना कर दिया. बुमराह पीठ दर्द से उबरकर वापस आए हैं. कहा जा रहा है कि वे इंग्लैंड दौरे पर तीन ही टेस्ट खेलेंगे. ऐसा इसलिए ताकि फिर से पीठ दर्द की समस्या न हो.
बुमराह ने टेस्ट कप्तानी पर क्या कहा
बुमराह ने दिनेश कार्तिक के साथ बातचीत में कहा, 'आईपीएल के दौरान जब रोहित (शर्मा) और विराट (कोहली) रिटायर नहीं हुए थे उससे पहले मेरी बीसीसीआई से बात हुई थी. मैंने पांच टेस्ट की सीरीज में वर्कलोड को लेकर चर्चा की. मेरी पीठ का ख्याल रख रहे लोगों से भी बात हुई. हम इस नतीजे पर पहुंचे कि हमें थोड़ा स्मार्ट होना पड़ेगा. फिर मैंने बीसीसीआई से बात की और कहा कि मुझे नेतृत्व की भूमिका के लिए नहीं देखा जाए क्योंकि मैं सभी टेस्ट मैच नहीं खेल पाऊंगा. बीसीसीआई लीडरशिप के लिए मेरी तरफ देख रहा था लेकिन मुझे ना कहना पड़ा क्योंकि यह सही बात नहीं है कि कोई तीन मैच में कप्तानी करे फिर बाकी मैचों में किसी दूसरे के पास कमान रहे. इसलिए यह टीम के साथ न्याय नहीं होता क्योंकि मैं हमेशा टीम को आगे रखता हूं.'
बुमराह ने कब-कब भारत की टेस्ट कप्तानी की
बुमराह ने सबसे पहले 2022 में इंग्लैंड दौरे पर इकलौते टेस्ट में कप्तानी की थी. इसमें भारत को हार मिली थी. इसके बाद 2024-25 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनके पास दो टेस्ट में कमान आई. रोहित शर्मा के पहले टेस्ट से बाहर रहने और आखिरी मैच से अलग होने के बाद बुमराह ने कप्तानी की. उनके नेतृत्व में टीम ने पर्थ टेस्ट जीता था. वहीं सिडनी में हार मिली. इस मुकाबले में बुमराह दूसरी पारी में पीठ में दर्द के चलते बॉलिंग नहीं कर पाए थे
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