मुंबई के ऑर्थोपेडिक सर्जन दिनशॉ पारदीवाला ने ऋषभ पंत को दूसरा जीवन दिया था. साल 2022 दिसंबर में विकेटकीपर बैटर का खतरनाक एक्सीडेंट हो गया था. पंत की गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी जिसके बाद उनकी गाड़ी में आग लग गई थी. हालांकि वो बाल बाल बच गए थे. पंत की इसके बाद कई सारी सर्जरी हुई थी. उनकी दाहिने घुटने की सर्जरी हुई थी. सबसे पहले वो देहरादून में भर्ती हुए और अंत में उन्हें एयरलिफ्ट कर मुंबई भेजा गया.
ADVERTISEMENT
IND vs ENG : इंग्लैंड के स्मिथ ने बर्मिंघम टेस्ट से पहले टीम इंडिया को दी चेतावनी, कहा - एक दिन में 500 बनाना और...
पंत को समरसॉल्ट करने की जरूरत नहीं थी
पंत का इलाज पादरीवाला ने किया है. इसके बाद विकेटकीपर बैटर एक साल तक क्रिकेट से दूर रहा. फिर पंत ने अपनी पूरी रिकवरी नेशनल क्रिकेट एकेडमी में की. और फिर साल 2024 आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए उनकी वापसी हुई. पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में हेडिंग्ले के मैदान पर एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक ठोके. इस तरह वो ऐसा करने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बैटर बने. पंत ने पहले शतक का जश्न समरसॉल्ट मारकर किया. लेकिन दूसरी पारी में वो ऐसा नहीं कर पाए. सुनील गावस्कर ने स्टैंड्स से काफी गुहार लगाई लेकिन उन्होंने इसे करने से मना कर दिया था.
टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में पंत को लेकर पादरीवाला ने कहा कि, वो काफी बड़े लग रहे थे लेकिन उनके भीतर काफी ज्यादा फ्लेक्सिबिटी है. इसलिए वो समरसॉल्ट करते हैं. वो इसकी काफी ज्यादा प्रैक्टिस करते हैं. लेकिन इंग्लैंड में समरसॉल्ट की जरूरत नहीं थी.
पादरीवाला ने ये भी कहा कि, वो जिंदा बचकर खुद को काफी किस्मत वाला मानते हैं. वो क्रिकेटर के तौर पर काफी मोटिवेटेड हैं. अब पंत काफी ज्यादा मैच्यूर हो चुके हैं. उनकी सोच बदल गई है. वो जिंदगी को अब पसंद करते हैं. ये अक्सर उन लोगों के साथ होता है जिन्होंने मौत को करीब से देखा है.
बता दें कि ऋषभ पंत आईपीएल 2025 में तो ज्यादा खास तो नहीं कर पाए और न ही उनकी टीम जीत पाई. लेकिन टेस्ट टीम में आते ही पंत का पुराना रूप देखने को मिला. उम्मीद की जा रही है कि पूरी टेस्ट सीरीज में पंत इसी तरह की फॉर्म में रहेंगे.
ADVERTISEMENT