नई दिल्ली। भारत ने 0-3 से साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज गंवा दी है. तीसरे वनडे में प्लेइंग 11 में मौका पाने वाले दीपक चाहर अंत तक लड़ते दिखे लेकिन टीम को यहां 4 रनों से हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कई अहम मुद्दों पर अपना बयान दिया जिसमें उन्होंने ये भी बताया कि, टीम का वनडे संतुलन कैसे बिगड़ा. भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया कि एक दिवसीय क्रिकेट टीम में संतुलन का अभाव है और छठे सातवें नंबर पर हार्दिक पंड्या और रविंद्र जडेजा जैसे हरफनमौला खिलाड़ियों की कमी खली. द्रविड़ ने कहा, ‘‘टीम की लय संतुलन पर निर्भर करती है. अगर ईमानदारी से देखें तो जो खिलाड़ी टीम को संतुलन देते हैं और छठे, सातवें, आठवें नंबर पर हरफनमौला के रूप में विकल्प प्रदान करते हैं, वे चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे.’’
ADVERTISEMENT
पंड्या- जडेजा को किया मिस
द्रविड़ का इशारा हार्दिक पंड्या और जडेजा की ओर था जो फिटनेस कारणों से बाहर हैं. उन्होंने कहा ,‘‘जब वे वापसी करेंगे तो टीम को गहराई मिलेगी. इससे हमें अलग तरीके से खेलने की सहूलियत भी मिलेगी. ‘के एल राहुल की कप्तानी के बारे में पूछने पर कोच ने कहा कि लोगों को समझना होगा कि वह उपलब्ध टीम से जो सर्वश्रेष्ठ कर सकते थे, उन्होंने किया. उन्होंने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि उन्होंने अच्छा काम किया. हारने पर यह सब आसान नहीं होता लेकिन उन्होंने अभी शुरूआत ही की है. वह समय के साथ सीखेंगे और कप्तानी का मतलब अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराना भी है. वनडे टीम में कुछ कमी रह गई लेकिन उन्होंने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया. वह समय के साथ बतौर कप्तान निखरेंगे.’’
टीम इंडिया ने फोकस खो दिया
बीसवें से 40वें ओवरों के बीच भारतीय बल्लेबाजों ने दिशा खो दी. द्रविड़ ने भी इसे स्वीकार करते हुए कहा,‘‘ हम बीच के ओवरों में बेहतर बल्लेबाजी कर सकते थे. लेकिन दो मैचों में पहले बल्लेबाजी करने पर दक्षिण अफ्रीका ने 290 के करीब रन बनाए और अब हम देखें तो दोनों मैचों में 30वें ओवर के बाद हम लक्ष्य हासिल करने की स्थिति में थे. ’’उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा,‘‘ हमने कुछ खराब शॉट खेले और निर्णायक क्षणों में चतुराई से नहीं खेल सके.’’ उन्होंने कहा,‘‘ हमने खिलाड़ियों को लगातार मौके दिए हैं और हम चाहते हैं कि वह अपनी जगह को लेकर सुरक्षित महसूस करें. ’’उन्होंने कहा ,‘‘लेकिन सुरक्षा और मौके देने के साथ आप प्रदर्शन की भी उम्मीद करते हैं. इस स्तर पर खेलने वालों से यही अपेक्षा रहती है कि जरूरत के समय वे अच्छा प्रदर्शन करें. हम हरसंभव स्थिरता रखना चाहते हैं.’’ द्रविड़ ने कहा,‘‘ आप चौथे, पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि टीम की जरूरत क्या है. श्रेयस तीनों मैचों में जल्दी आउट हो गए. हमें पता है कि ये सभी अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं और हम हरसंभव उनका साथ देंगे. लेकिन टीम में हर जगह के लिए प्रतिस्पर्धा बहुत है और इन हालात में यह आसान नहीं होता.’’
वेंकटेश को ढलना होगा
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के लिए सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलने के लिए वेंकटेश को मध्यक्रम में खुद को ढालना होगा. केकेआर के लिए आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में जगह बनाने वाले वेंकटेश के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ छठे गेंदबाजी विकल्प के तौर पर वेंकटेश जैसे खिलाड़ियों को तैयार करना है. वेंकटेश हो या हार्दिक या जडेजा, जब ये वापसी करेंगे तो हमारे पास कई विकल्प हो जाएंगे.’’ द्रविड़ ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका का दौरा आंखें खोलने वाला था और 2023 विश्व कप से पहले जितने ज्यादा वनडे खेलेंगे, टीम संयोजन को लेकर तस्वीर साफ होती जाएगी. उन्होंने कहा ,‘‘हमें पता है कि हम कहां है और सभी को अपनी भूमिका के बारे में पता है. समय के साथ साथ तस्वीर साफ होगी लेकिन उसके लिए समय सीमा तय नहीं की जा सकती.
ADVERTISEMENT