नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका का दौरा टीम इंडिया के लिए वो आखिरी किला होगा जहां उसे झंडा बुलंद कर सीरीज अपने नाम करनी है. टीम इंडिया पहले ही ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में दो बार मात दे चुकी है. जबकि इंग्लैंड में भी टीम इंडिया टेस्ट सीरीज जीत का तिरंगा लहरा चुकी है. लेकिन इन सबके बीच अफ्रीका में सीरीज फतह करना अभी भी टीम इंडिया के लिए सपना बना हुआ है. साउथ अफ्रीका की पिचों पर बाउंस और पेस को एक साथ खेलना हर किसी के लिए बेहद मुश्किल होता है. भारतीय टीम अब तक यहां एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है तो वहीं टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी ने भी कुछ खास कमाल नहीं किया है. ऐसे में आज हम आपको ये बताएंगे कि अफ्रीकी जमीन पर टीम इंडिया के ओपनर्स का हाल कैसा रहा है.
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सेंचुरियन में जोखिम के साथ करना होगा ओपन
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 26 दिसंबर से सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में होगा. आंकड़े यही गवाही देते हैं कि यहां बल्लेबाजी करना किसी के लिए भी आसान नहीं रहा है. मेहमान टीम का मुख्य बल्लेबाजी ऑर्डर जो 1-7 के बीच का है, उसका रिकॉर्ड यहां खराब है. साल 2016 के बाद इन बल्लेबाजों का औसत 25.67 का रहा है. वहीं, दूसरी तरफ मेजबान टीम का बल्लेबाजी औसत 42.11 का रहा है. ऐसे में यहां भारतीय ओपनर्स को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है. साल 2016 के बाद सिर्फ एक ही ओपनर ऐसा रहा है जिसने इस मैदान पर शतक अपने नाम किया है, और वो स्टीफन कुक हैं.
मेजबान का पलड़ा भारी
साउथ अफ्रीकी टीम के 6 ओपनर्स ने साल 2016 के बाद 37.77 के औसत और 56.49 के स्ट्राइक रेट से कुल 831 रन बनाए हैं जिसमें 1 शतक और 8 अर्धशतक हैं. वहीं मेहमान टीम के 6 ओपनर्स ने 20.54 के एवरेज और 47.58 के स्ट्राइक रेट के साथ कुल 493 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला. 4 अर्धशतक जरूर बने. मेहमान टीम के ओपनर्स का रिकॉर्ड सेंचुरियन में और खराब है जो 20.54 का है. बता दें कि 4 अर्धशतकों में से सेंचुरियन के मैदान पर 2 अर्धशतक सिर्फ इंग्लैंड के बल्लेबाजों के बल्ले से ही निकले हैं.
क्या भारतीय ओपनर्स कर पाएंगे करिश्मा?
भारतीय ओपनर्स के लिए भी यहां के आंकड़े निराश कर देने वाले हैं. अब तक ये साफ हो चुका है कि भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरा काफी मुश्किल रहने वाला है. अब तक टीम इंडिया ने यहां 20 टेस्ट खेले हैं जहां उसे सिर्फ 3 में जीत मिली है. भारतीय टीम की ओपनिंग जोड़ी का औसत यहां 27.56 का रहा है जो किसी भी देश के जरिए यहां किए गए दौरे का सबसे खराब रिकॉर्ड है. टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी को दक्षिण अफ्रीका में 50+ स्कोर जड़ने में से 9 से ज्यादा पारियों का सहारा लेना पड़ा. आखिरी 50+ स्कोर साल 2010 में वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की जोड़ी ने बनाया था जो 137 रनों का था. इतना ही नहीं, भारतीय ओपनर्स ने यहां 21.70 के एवरेज के साथ कुल 1671 रन बनाए हैं जो किसी भी दूसरे देश के मुकाबले सबसे कम है.
26 दिसंबर से पहला टेस्ट
26 दिसंबर से जब टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी तो भारतीय टीम यहां अपने रेगुलर ओपनर यानी की रोहित शर्मा और शुभमन गिल के बिना उतरेगी. ऐसे में मयंक अग्रवाल के हाल के फॉर्म के बारे में बात करें तो ये देखना होगा कि विराट कोहली यहां केएल राहुल के साथ जाते हैं या फिर अनकैप्ड प्रियांक पांचाल को मौका देते हैं. लेकिन जो भी हो टीम इंडिया के ओपनर्स को यहां दमदार शुरुआत देनी होगी.
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