राहुल द्रविड़ के इस गुरु मंत्र से वेस्टइंडीज के खिलाफ बोला शुभमन गिल का बल्ला, खुद खोला राज

वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ वनडे सीरीज (ODI) से पहले टीम इंडिया ने शुभमन गिल (Shubman Gill) को ओपनिंग की जिम्मेदारी दी.

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वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ वनडे सीरीज (ODI) से पहले टीम इंडिया ने शुभमन गिल (Shubman Gill) को ओपनिंग की जिम्मेदारी दी. ऋतुराज गायकवाड़ और इशान किशन की मौजूदगी में गिल को ये मौका मिला. गिल अब काफी समय से टीम इंडिया की टेस्ट टीम का हिस्सा हैं. उन्होंने साल 2020 में भारत के लिए टेस्ट खेला था. कहा जा रहा था कि, इशान किशन और ऋतुराज को वेस्टइंडीज के खिलाफ मौका मिलेगा लेकिन शुभमन गिल को अंत में टीम में चुना गया और इस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया.

 

गिल ने पहले मैच में 64 रन बनाए और फिर दूसरे में इस बल्लेबाज ने 43. हालांकि तीसरे मैच में वो अपने पहले वनडे शतक से चूक गए और 98 रन ही बना पाए. बारिश के कारण उनका शतक पूरा नहीं हो पाया. इसके बाद उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला. हालांकि DLS नियम के तहत भारत के ये मैच जीत गया. धमाकेदार पारी के लिए गिल को प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड दिया गया.

 

गिल फिलहाल जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रहे हैं. 22 साल के इस बल्लेबाज को पहले वनडे में मौका मिला और गिल ने 82 रन की पारी ठोक दी. लेकिन आखिर गिल को ऐसा प्रदर्शन करने का आत्मविश्वास कहां से मिला गिल ने खुद इसका खुलासा किया है. गिल ने बताया कि टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें ये आत्मविश्वास दिया है.

 

पिच पर समय बिताना जरूरी
गिल ने कहा कि,  मैदान पर जाकर आपको अनुभव बटोरना जरूरी होता है. और मैंने इसी को लेकर राहुल सर से बात की. वेस्टइंडीज की पिच काफी ज्यादा मुश्किल थी. ऐसे में मैं पिच पर समय गुजारना चाहता था और अनुभव लेना चाहता था. धवन बल्लेबाजी के दौरान काफी शांत रहते हैं और हम उस दौरान क्रिकेट के बारे में ज्यादा बात नहीं करते. व्हाइट बॉल क्रिकेट में आपको कुछ डॉट गेंदे खेलनी होती हैं. यहां आप हर गेंद पर नहीं मार सकते, आपको स्ट्राइक रोटेट करना जरूरी होता है.

 

जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले वनडे में गिल ने धवन के साथ मिलकर 192 रन की नाबाद साझेदारी की और टीम इंडिया को 10 विकेट से जीत दिलाई थी.
 

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