Minnu Mani: मजदूर पिता ने क्रिकेट के लिए लिया लोन, 4 बस बदलकर करने जाती थी प्रैक्टिस, जानें कौन है टीम इंडिया में चुनी गई केरल की पहली महिला क्रिकेटर

मिन्नू के लिए उनका क्रिकेट का सफर आसान नहीं रहा है. वो केरल के वायनाड के कुरुचिया समुदाय से आती हैं. 

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महिला टी20 वर्ल्ड कप 2023 में हार के बाद हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी पहली बार इंटरनेशनल एक्शन के लिए तैयार है. भारतीय महिला टीम और बांग्लादेश की महिला टीम के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज की शुरुआत हो चुकी है. ये सीरीज 2024 टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को देखते हुए हो रही है. लेकिन इन सबके बीच टीम इंडिया की एक महिला क्रिकेटर ट्रेंड कर रही है. हम मिन्नू मणि की बात कर रहे हैं. मिन्नू ने नया इतिहास बना दिया है. वो केरल की पहली ऐसी महिला क्रिकेटर बन गई हैं जिनका भारतीय क्रिकेट टीम में चुनाव हुआ है.

 

मिन्नू इससे पहले वीमेंस प्रीमियर लीग का भी हिस्सा रह चुकी हैं. साल 2023 के इस टूर्नामेंट में मिन्नू को दिल्ली कैपिटल्स ने 30 लाख रुपए में खरीदा था. मिन्नू दाहिने हाथ की ऑफ स्पिनर हैं. उन्होंने पहले एडिशन में दिल्ली के लिए सिर्फ तीन ही मुकाबले खेले. लेकिन वर्तमान में उनकी संघर्ष की कहानी सुन लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं.

 

 

 

लड़कों के साथ की प्रैक्टिस

 

मिन्नू के लिए उनका क्रिकेट का सफर आसान नहीं रहा है. वो केरल के वायनाड के कुरुचिया समुदाय से आती हैं. मिन्नू के पिता दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं और जबकि उनकी माता वसंथा घर पर ही रहती हैं. मिन्नू को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था और वो धान के खेत के आसपास लड़कों के साथ अभ्यास करती थीं. लेकिन जैसे ही उन्होंने सरकारी हाई स्कूल में एडमिशन लिया वो क्रिकेट को लेकर काफी ज्यादा सीरियस हो गईं. हालांकि उनका टैलेंट एलसम्मा बेबी ने पहचाना जो उनके फिजिकल एजुकेशन के टीचर थे.

 

मिन्नू का टैलेंट देख एलसम्मा उन्हें वायनाड जिले के अंडर 13 टीम के ट्रायल्स के लिए लेकर गए. लेकिन उनके पिता इस आइडिया के खिलाफ थे.  मिन्नू के पिता रेगुलर नौकरी वाले शख्स नहीं थे. ऐसे में पहले तो उन्होंने मिन्नू से ये कहकर क्रिकेट को छोड़ने के लिए कहा कि, ये लड़कों का खेल है. लेकिन बाद में उन्होंने मिन्नू की बात मान ली. इसके बाद मिन्नू को ट्रायल्स में चुन लिया गया और बाद में उनका चयम KCA एकेडमी के जूनियर गर्ल्स स्टेट कैंप में भी हो गया.

 

प्रैक्टिस के लिए बदलने पड़ते थे 4 बस

 

इसके बाद उनकी एंट्री केरल की अंडर 16 टीम में हुई. और इसके एक साल बाद ही उनका चयन राज्य की सीनियर टीम में हो गया. मिन्नू को इसके बाद भी कई परेशानियां झेलनी पड़ी. उनका दिन सुबह 4 बजे शुरू होता था. वो अपनी मां की खाना बनाने में मदद करती थीं. उनके घर से नजदीकी स्टेडियम आधे घंटे की दूरी पर था लेकिन डायरेक्ट बस न होने के चलते उन्हें 4 बसें बदलकर प्रैक्टिस के लिए स्टेडियम पहुंचना होता था. जैसे ही वो शाम को 7 बजे घर पहुंचती थी वो काफी ज्यादा थक जाती थीं.

 

पिता ने लिया लोन

 

हालांकि मिन्नू का संघर्ष यहीं नहीं थमा. बल्कि उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट सिखाने के लिए अपने दोस्त से लोन भी लिया. इसके बाद जब उन्होंने कुछ पैसे कमाने शुरू किए तब उन्होंने सारा लोन चुकाया और अपने परिवार के लिए एक छोटा सा घर भी बनाया.  लेकिन बाढ़ के चलते उनका पूरा घर टूट गया. हालांकि क्रिकेट की बदौलत ही वो दोबारा अपने घर को बना पाई हैं.

 

मिन्नू केरल महिला टीम की अहम सदस्य रह चुकी हैं. वो इंडिया ए और इंडिया ब्लू के लिए खेल चुकी हैं. वो राइट ऑर्म ऑफ स्पिनर और लेफ्ट हैंड बैटर हैं. मिन्नू ने हाल ही में महिला ऑल वनडे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाए थे. इस बल्लेबाज ने 8 मैचों में 246 रन और 12 विकेट लिए थे. मिन्नू ने आईपीएल के पैसों से स्कूटर लिया क्योंकि उन्हें अभ्यास के लिए 4 बसें बदलनी पड़ती थीं. लेकिन अब वो आराम से अभ्यास के लिए जा सकती हैं.

 

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