दुनिया की सबसे बड़ी रंगारंग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) के 15वें सीजन में बतौर कप्तान पहले मैच में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने जीत से दमदार आगाज किया. ऐसे में लखनऊ सुपर जायंट्स (Lucknow Super Giants) के खिलाफ मैच में उतरने से पहले हार्दिक (Hardik Pandya) ने अपने जीवन के संघर्ष को याद किया और बताया कि कैसे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) जैसे टूर्नामेंट ने उनकी जिंदगी बदल दी और वह आगे बढ़ सके. हार्दिक (Hardik Pandya) ने बताया कि साल 2015 में जब मुंबई ने उन्हें टीम में शामिल किया तब उनके पास सिर्फ 1 हजार रुपये ही खाते में बचे हुए थे.
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10 लाख में बिके थे हार्दिक
गौरतलब है कि हार्दिक और उनके बड़े भाई क्रुणाल पांड्या बहुत ही गरीब परिवार से आते थे. अपने दोनों बेटों के क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए हार्दिक के स्वर्गीय पिता हिमांशु सूरत में अपने कार फाइनेंस के व्यापार को छोड़कर मुंबई में शिफ्ट हो गए थे. जहां पर किरण मोरे अकादमी में दोनों भाई क्रिकेट खेलते थे. ऐसे में साल 2015 में पहली बार मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पांड्या पर भरोसा जताया और उन्हें 10 लाख रुपये के बेस प्राइस पर शामिल किया था. जिस समय को याद करते हुए हार्दिक ने लखनऊ के खिलाफ मैच से पहले कहा, "जब आईपीएल नीलामी में मुंबई इंडियंस ने मुझे पहली बार नीलामी में खरीदा था. उससे तीन महीने पहले मेरे बैंक अकाउंट में सिर्फ 1 हजार रुपये ही पड़े हुए थे."
15 करोड़ में रिटेन हुए हार्दिक
बता दें कि अपनी तमाम आर्थिक समस्याओं से जूझते हुए भी हार्दिक ने कभी क्रिकेट का मैदान नहीं छोड़ा और दिन दूनी रात चौगुनी सफलता हासिल करते हुए वह उन दिनों जाने-माने क्रिकेटर बन चुके हैं. कभी 10 लाख के बेस प्राइस में बिकने वाले हार्दिक को आईपीएल 2022 के लिए गुजरात ने 15 करोड़ की मोटी रकम देकर रिटेन किया था. जिसमें हार्दिक ने शानदार कप्तानी का नजारा पेश करते हुए अपनी टीम को पहले मैच में जीत दिलाकर दमदार आगाज किया है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि हार्दिक अपनी टीम गुजरात को इस आईपीएल के 15वें सीजन में कितनी आगे लेकर जा पाते हैं.