टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने चेन्नई सुपर किंग्स के कोचिंग स्टाफ पर हमला बोला है. तिवारी ने कहा कि कोचिंग स्टाफ के पास हिम्मत नहीं है कि वो धोनी को बैटिंग ऑर्डर में खेलने के लिए कहें. चेन्नई को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ घरेलू मैदान पर हार का सामना करना पड़ा. टीम यहां 197 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. धोनी इस दौरान 9वें नंबर पर बैटिंग के लिए आए. ऐसे में इस फैसले ने सभी को चौंका दिया है.
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धोनी से सवाल पूछने की मैनेजमेंट के पास हिम्मत नहीं
क्रिकबज पर बात करते हुए तिवारी ने चेन्नई की मैनेजमेंट पर सवाल उठाए और कहा वो बड़ा फैसला लेने से डरते हैं. उनके पास हिम्मत नहीं है कि वो धोनी को मैच में ऊपर बैटिंग के लिए भेजें. तिवारी ने कोचिंग स्टाफ के रवैये पर सवाल उठाया. तिवारी ने आगे कहा कि, मेरे लिए ये समझ से परे है कि धोनी जैसा बैटर जिसने 16 गेंदों पर 30 रन ठोके वो ऊपर बैटिंग के लिए क्यों नहीं आया. आप जीतने के लिए ही खेल रहे हैं न.
बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स का टॉप ऑर्डर फ्लॉप रहा क्योंकि टीम ने पावरप्ले में तीन विकेट गंवा दिए. जीत के लिए जिस रन रेट की जरूरत थी वो ऊपर जा रही थी. धोनी से पहले बैटिंग के लिए क्रीज पर रवींद्र जडेजा और आर अश्विन पहुंचे. इस फैसले को देख चेन्नई के फैंस भी चौंक गए. वहीं जब तक क्रीज पर धोनी आए तब तक 16 ओवर हो चुके थे और मैच हाथ से निकल चुका था.
16वें ओवर में क्रीज पर उतरे थे धोनी
हालांकि धोनी ने क्रीज पर आते ही कुछ बड़े शॉट्स खेले और 16 गेंदों पर 30 रन ठोके. इस दौरान उनहोंने क्रुणाल पंड्या की गेंद पर दो छक्के लगाए. ये मैच का फाइनल ओवर था. हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी. चेन्नई की टीम ने 20 ओवरों में 8 विकेट गंवा सिर्फ 146 रन ही बनाए और आरसीबी ने मैच पर 50 रन से कब्जा कर लिया. आरसीबी की टीम के लिए ये जीत इसलिए स्पेशल है क्योंकि टीम को 17 साल बाद चेन्नई के मैदान पर जीत मिली है.
टीम की हार के बाद चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि, गायकवाड़ ने आगे कहा, जैसा कि मैंने कहा कि जब दिमाग में एक स्कोर होता है और उससे 20 रन ज्यादा बनाने होते हैं तब हमेशा उससे आगे रहना होता है. लेकिन आखिर में हम ज्यादा बड़े अंतर से नहीं हारे. बस 50 रन से ही हारे हैं.
बता दें कि, आरसीबी के खिलाफ मुकाबले में चेन्नई को उसकी फील्डिंग ने काफी निराश किया. रजत पाटीदार को तीन जीवनदान दिए गए जिसका उन्होंने पूरा फायदा लिया और फिफ्टी ठोकी. गायकवाड़ ने इस बारे में कहा, 'बुरी फील्डिंग हमें भारी पड़ गई. हमने कैच छोड़े और बाउंड्री जाती रही और उनके लिए आखिरी ओवर तक मोमेंटम जारी रहा.'
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