रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हैं. ऐसे में व्हाइट बॉल क्रिकेट में उन्होंने काफी सफलता हासिल की है. पहले टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी और बाद में चैंपियंस ट्रॉफी खिताब पर कब्जा करना. भारतीय क्रिकेट टीम को अगर इतनी सफलता मिली है तो इसके पीछे रोहित शर्मा का बड़ा हाथ है. ऐसे में रोहित ने अब बड़ा खुलासा किया है और कहा है कि साल 2019 वर्ल्ड कप में लगाए गए 5 शतक उनके किसी काम के नहीं थे.
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मेरे शतकों का कोई फायदा नहीं हुआ: रोहित शर्मा
बता दें कि रोहित ने साल 2019 वर्ल्ड कप में कुल 5 शतक लगाए थे जो आज भी एक टूर्नामेंट के सिंगल एडिशन में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड है. इस बीच बियॉन्ड23 क्रिकेट पॉडकास्ट पर बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि मेरे 5 शतक लगाने के बावजूद भी टीम इंडिया 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल से बाहर हो गई थी. ऐसे में अंत में उन्हें यही लगा कि इतने रनों का कोई फायदा नहीं है. इसके बाद रोहित ने अपनी पूरी सोच बदल डाली और तब जाकर उन्हें पता चला कि अगर आप मैच जीतेंगे, तभी ट्रॉफी भी जीत पाएंगे.
रोहित ने कहा कि, सबकुछ जीत के बारे में है. हर कोई ट्रॉफी जीतना चाहता है और इसी की अहमियत है. इसका अहसास मुझे साल 2019 वर्ल्ड कप के दौरान हुआ. मैंने 5 शतक ठोके लेकिन हम सेमीफाइनल में हार गए. अगले दिन मुझे अहसास हुआ कि इसका कुछ फायदा ही नहीं है. और तब से ही मेरी सोच बदल गई.
पहले टीम को रखो: रोहित
रोहित शर्मा ने इस दौरान ये भी कहा कि, जब से उन्होंने टीम इंडिया की कप्तानी करनी शुरू की है. तब से उन्हें लगा कि उन्हें अपने रिकॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचना है और टीम के बारे में सोचना है. ये सिर्फ मेरी सोच नहीं है, बल्कि टीम के बाकी खिलाड़ी भी इसी तरह सोचते हैं. मुझे लगता है कि आपको पहले टीम को आगे रखना होता है और इसकी चिंता नहीं करनी होती है कि मेरे कितने शतक, कितने रन और कितने 5 विकेट हैं.
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