IPL 2025: आईपीएल से गायब हो गई ये पांच टीमें, एक ने जीता खिताब तो दूसरी ने खेला था फाइनल, जानिए कब और कैसे हो गई इनकी छुट्टी

आईपीएल 2025 में 10 टीमें खेलते हुए दिखाई देंगी. 2022 से लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटंस के रूप में दो नई टीमों की एंट्री हुई थी. इससे पहले 2008 में शुरू हुए आईपीएल में 2011 में भी 10 टीमें हुई थी.

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कोच्चि टस्कर्स केरला.

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आईपीएल में 2022 से 10 टीमें खेल रही हैं लेकिन इससे पहले 2011 में भी इतनी ही टीमें थी.

आईपीएल में 2012 व 2013 में नौ टीमें खेली थी.

आईपीएल 2016-2017 में चेन्नई-राजस्थान पर बैन लगा तो दो नई टीमें खेली.

आईपीएल 2025 में 10 टीमें खेलते हुए दिखाई देंगी. 2022 से लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटंस के रूप में दो नई टीमों की एंट्री हुई थी. इससे पहले 2008 में शुरू हुए आईपीएल में 2011 में भी 10 टीमें हुई थी. लेकिन 2014 से लेकर 2022 तक आठ ही टीमें रही. इस लीग से अभी तक पांच टीमें गायब हो चुकी हैं. ये टीमें अलग-अलग समय दुनिया की सबसे बड़ी टी20 क्रिकेट लीग का हिस्सा थी लेकिन अब नहीं है. इनमें से एक टीम ने तो आईपीएल ट्रॉफी भी जीती थी और एक ने फाइनल खेला था. फिर क्यों और कैसे ये इनकी इस लीग से छुट्टी हो गई. 

आईपीएल से जो पांच टीमें गायब हुई है उनमें राइजिंग पुणे सुपरजायंट, गुजरात लॉयंस, कोच्चि टस्कर्स केरला, पुणे वॉरियर्स इंडिया और डेक्कन चार्जर्स के नाम आते हैं. इनमें से चार्जर्स उन टीमों में से थी जो पहले सीजन से ही जुड़ गई थी. लेकिन 2012 में यह टीम हट गई. इसने 2009 में एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में खिताब जीता था. डेक्कन चार्जर्स ने आईपीएल के दूसरे ही सीजन में चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया था.

डेक्कन चार्जर्स क्यों हुई आईपीएल से बाहर

 

2012 में बीसीसीआई ने कॉन्ट्रेक्ट की शर्तों को तोड़ने के आरोप में इस फ्रेंचाइज को टर्मिनेट कर दिया. हालांकि इससे पहले चार्जर्स के मालिकों ने टीम बेचने की कोशिश की थी. अक्टूबर 2012 में सन ग्रुप ने हैदराबाद फ्रेंचाइज खरीद ली और इसका नाम सनराइजर्स हैदराबाद रखा. साल 2020 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीसीसीआई के डेक्कन चार्जर्स को टर्मिनेट करने के फैसले को गलत माना और बोर्ड को 4814.67 करोड़ रुपये को 2012 से 10 प्रतिशत ब्याज के साथ चुकाने को कहा. 

कोच्चि टस्कर्स केरला

 

बीसीसीआई ने आईपीएल 2010 के बाद दो नई टीमों को लाने का फैसला किया. इसके तहत कोच्चि फ्रेंचाइज दाखिल हुई जिसका नाम कोच्चि टस्कर्स केरला था. इसका मालिकाना हक कई कंपनियों के एक कंसोर्टियम के पास था. लेकिन 2011 के सीजन के बाद ही इस टीम को टर्मिनेट कर दिया गया. टीम मालिकों में झगड़े और अलग-अलग तरह के कई विवादों के चलते इस फ्रेंचाइज का आईपीएल से नाता टूटा.

पुणे वॉरियर्स इंडिया

 

2011 के सीजन से इस फ्रेंचाइज ने आईपीएल में खेलना शुरू किया. पुणे इस टीम का होम ग्राउंड था. सहारा ग्रुप ने इसका स्वामित्व खरीदा था. लेकिन बीसीसीआई के साथ अलग-अलग विवादों के चलते 2013 के सीजन के बाद इस फ्रेंचाइज की छुट्टी हो गई. मई 2013 में आईपीएल के समाप्त होते ही टीम मालिकों ने इसे खत्म करने का ऐलान किया. पांच महीने बाद अक्टूबर में बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर पुणे को टर्मिनेट कर दिया. 

गुजरात लॉयंस और राइजिंग पुणे सुपरजायंट

 

आईपीएल 2015 के बाद जब सुप्रीम कोर्ट ने चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को इनके मालिकों के बैटिंग में शामिल होने पर बैन किया तो इन टीमों की एंट्री हुई. गुजरात लॉयंस का होम ग्राउंड राजकोट था जबकि सुपरजायंट का पुणे. ये दोनों टीमें आईपीएल 2016 व 2017 में खेली. गुजरात की कप्तानी सुरेश रैना के पास थी. उनके नेतृत्व में यह टीम आईपीएल 2016 में पॉइंट्स टेबल में सबसे ऊपर रहते हुए प्लेऑफ में पहुंची लेकिन फाइनल में नहीं जा सकी.

पुणे की कप्तानी 2016 में एमएस धोनी ने संभाली लेकिन टीम अंक तालिका में काफी नीचे रहे. इसके बाद उनसे कप्तानी छीन ली गई और स्टीव स्मिथ को कमान दी गई. उनके नेतृत्व में टीम फाइनल में गई लेकिन मुंबई इंडियंस से हार गई. आईपीएल 2018 से राजस्थान और चेन्नई की वापसी हो गई इसके साथ ही गुजरात लॉयंस व राइजिंग पुणे सुपरजायंट की विदाई हो गई.

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