IPL 2025: 'माही भाई ने मेरा नाम मारिया शारापोवा रख दिया', धाकड़ खिलाड़ी ने बताई दिलचस्प कहानी

आईपीएल 2025 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे मोहित शर्मा ने अपने बारे में एक दिलचस्प खुलासा किया है. वे गेंद फेंकते समय जोर लगाने की आवाज निकालते हैं और उन्होंने इस बारे में जानकारी दी है.

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मोहित शर्मा सीएसके में खेले हैं.

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मोहित शर्मा पहले आईपीएल में धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला करते थे.

मोहित शर्मा को आईपीएल 2025 ऑक्शन में दिल्ली कैपिटल्स ने 2.20 करोड़ रुपये में लिया.

मोहित शर्मा ने इस सीजन अभी तक पांच मैच खेले हैं और दो विकेट निकाले हैं.

आईपीएल 2025 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे मोहित शर्मा ने अपने बारे में एक दिलचस्प खुलासा किया है. वे गेंद फेंकते समय जोर लगाने की आवाज निकालते हैं और उन्होंने इस बारे में जानकारी दी है. मोहित शर्मा ने बताया कि इस आवाज के चलते महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें मारिया शारापोवा का निकनेम दिया था. वे पहले आईपीएल में धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला करते थे. इस टीम के लिए खेलते अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मोहित को भारतीय टीम का टिकट मिला था और वे 2015 का वर्ल्ड कप भी खेले थे. 

मोहित ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, 'माही भाई ने मुझे मारिया शारापोवा नाम दिया. वह कहा करते थे कि तुम टेनिस के खिलाड़ियों जितनी तेज आवाज निकालते हो. मैं उनसे कहता था कि आवाज निकालने से बल्लेबाजों को लगेगा कि गेंद 145 से 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आ रही है जबकि गेंद इससे धीमी आती है. इसलिए मेरे लिए यह प्लस पॉइंट है.'

टेनिस खिलाड़ियों में राफेल नडाल, नोवाक जोकोविच, मारिया शारापोवा, दानिल मेदवेदेव, सेरेना विलियम्स ऐसे नाम हैं जो खेलते हुए आवाज निकालते थे. मोहित ने इस सीजन अभी तक पांच मैच खेले हैं और दो विकेट निकाले हैं. इस दौरान उनकी इकॉनमी 9.60 की रही है. उन्हें दिल्ली ने ऑक्शन में 2.20 करोड़ रुपये में लिया था.

मोहित शर्मा को पसंद आया लार लगाने का नियम

 

मोहित शर्मा ने दिल्ली के राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच से पहले गेंद पर लार लगाने की अनुमति का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इससे गेंदबाजों को मदद मिल रही है. मोहित के अनुसार, 'लार के इस्तेमाल ने शत प्रतिशत अंतर पैदा किया है. आप देखेंगे कि 70 प्रतिशत मुकाबलों में गेंद अंदर की ओर आ रही है. ऐसा केवल इसलिए है क्योंकि लार भारी होती है, पसीना नहीं. इसलिए अगर गेंद भारी है, तो वह अंदर की ओर आ आएगी.'

मोहित ने 11वें ओवर के बाद गेंद बदलने के नियम पर खुशी जताई और कहा, इससे (गेंद बदलना) मदद मिली है. हमने पिछले मैच में यह देखा था. पहली पारी में 12 ओवर के बाद गेंद गीली होने लगी और फिर दूसरी पारी में जब 13वां या 14वां ओवर कर्ण ने फेंका तो काफी ओस थी और गेंद स्पिन हुई. सख्त गेंद निश्चित रूप से थोड़ा अंतर पैदा करती है लेकिन समय के साथ, जब यह 15वें या 16वें ओवर में पहुंचती है तो गेंद की स्थिति पहले जैसी ही हो जाती है.’

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