एथलेटिक्स से क्रिकेट में ली एंट्री, दिल्ली कैपिटल्स में नेट बॉलर और अब नाइट राइडर्स ने किया शामिल, भारतीय खिलाड़ी की कमाल कहानी

ऐसा बहुत कमा होता है कि जब किसी अनकैप्ड खिलाड़ी को विदेशी टी20 लीग के लिए चुना जाए और वह भी तब जब उसे अपने ही देश की टी20 में खेलने का मौका तक नहीं मिला हो. लेकिन लेग स्पिनर सलोनी डंगोरे इस मामले में अलग है.

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सलोनी डंगोरे

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ऐसा बहुत कमा होता है कि जब किसी अनकैप्ड खिलाड़ी को विदेशी टी20 लीग के लिए चुना जाए और वह भी तब जब उसे अपने ही देश की टी20 में खेलने का मौका तक नहीं मिला हो. लेकिन लेग स्पिनर सलोनी डंगोरे इस मामले में अलग है. वह अभी तक वीमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में नहीं खेली है लेकिन उन्हें वीमेंस कैरेबियन प्रीमियर लीग के लिए ट्रिनबैगो नाइट राइडर्स ने चुना है. पर कौन है सलोनी डंगोरे?

सलोनी डंगोरे

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सलोनी मध्य प्रदेश से आती हैं. 27 साल की यह खिलाड़ी दो सीजन से दिल्ली कैपिटल्स की नेट बॉलर हैं. वह लेग स्पिन बॉलिंग करती हैं और निचले क्रम में बैटिंग में भी योगदान देती हैं. नाइट राइडर्स ने सलोनी के साथ लिजेल ली, शिखा पांडे और जेस जोनासन को चार विदेशी खिलाड़ियों के रूप में आगामी सीजन के लिए चुना गया है.

सलोनी डंगोरे

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सलोनी ने सबसे पहले एथलेटिक्स को अपनाया था. उन्होंने नेशनल लेवल पर 100 मीटर, 200 मीटर, लॉन्ग जंप और ट्रिपल जंप में मध्य प्रदेश के लिए हिस्सा लिया. जब स्कूल में थी तब काफी तेज दौड़ा करती थी. ऐसे में स्पोर्ट्स टीचर ने उन्हें एथलेटिक्स में जाने की सलाह दी और इसे सलोनी ने मान लिया. तब उन्हें क्रिकेट में कोई रुचि नहीं थी.

सलोनी डंगोरे

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सलोनी को 2015 तक पता नहीं था कि लेग स्पिन क्या होती है. जब वह 17 साल की थी तब स्पोर्ट्स और यूथ वेलफेयर ऑफिसर ने उनकी मां को बेहतर मौकों के लिए एथलेटिक्स की जगह क्रिकेट में स्विच करने की सलाह दी. इसके बाद सलोनी ने इंदौरे में एकेडमी में दाखिला लिया. शुरू में वह पेस बॉलर बनना चाहती थी लेकिन एकेडमी में उन्हें लेग स्पिन में हाथ आजमाने को कहा गया.

सलोनी डंगोरे

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सलोनी को शुरुआत में एथलेटिक्स में रहने का फायदा हुआ और उनकी फील्डिंग कमाल की है. लेकिन लेग स्पिन में दिक्कत हो रही थी. तब शेन वॉर्न के वीडियो देखा करती थी. इन्हें वह स्लो मोशन में देखती और अपनी कलाई को उसी हिसाब से घुमाती जिससे कि लेग ब्रेक बॉल फेंक सके. गुगली डालने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हो रही थी. 

सलोनी डंगोरे

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सलोनी ने 2017-18 में मध्य प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट में कदम रखा. इसके बाद कोविड-19 आने तक वह टीम की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली बॉलर थी. उन्होंने आठ मैच में 14 विकेट लिए थे. साथ ही 32.50 की औसत से 130 रन बनाए थे. 2022 में भारत के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी से उन्हें सलाह मिली कि वह खुद को दुनिया की बेस्ट लेग स्पिनर माने. इससे सलोनी को काफी फायदा मिला.
 

सलोनी

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सलोनी 2024-25 के सीजन में मध्य प्रदेश की जगह छत्तीसगढ़ के लिए खेलने लगी. यहां पर टी20 ट्रॉफी में उन्हें छह मैच में दो विकेट मिले लेकिन वनडे में छह मैच में 12 की औसत से 15 शिकार किए. सलोनी अभी इस बारे में नहीं सोच रही कि उन्हें खेलने को मिलेगा या नहीं. उनका ध्यान बस प्रैक्टिस में अच्छा करने और मौका मिलने पर पूरी जान लगा देने पर है. 

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