रणजी ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ के बल्ले से निकले तूफानी दोहरे शतक और चयनकर्ताओं के लिए उनके संदेश पर चर्चा हो रही है। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, 'इस थिस ए मैसेज फॉर सेलेक्टर्स ये सबसे बड़ी बात है कि बॉस मैं टॅच में हूँ।' महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ दूसरी पारी में सिर्फ 156 गेंदों पर 222 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 29 चौके और पांच छक्के शामिल थे। यह रणजी ट्रॉफी के इतिहास का दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक है; यह रिकॉर्ड रवि शास्त्री के नाम है। पहली पारी में सिर्फ आठ रन पर आउट होने के बाद शॉ ने यह शानदार वापसी की। यह प्रदर्शन उनके हालिया विवादों के बाद आया है, जिसमें मुशीर खान के साथ हुई कथित लड़ाई भी शामिल है। इस पारी के साथ, शॉ ने भारतीय टीम में वापसी के लिए अपनी दावेदारी एक बार फिर मजबूती से पेश की है।
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