IND vs SA ODI सीरीज के बीच शार्दुल ठाकुर को क्यों याद आए एमएस धोनी, बोले- ऐसे खिलाड़ी से...

भारत के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले से पहले कहा कि वे निचले क्रम में बल्लेबाजी से टीम इंडिया के लिए योगदान देना चाहते हैं.

Profile

SportsTak

PUBLISHED:

SportsTak Hindi

भारत के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले से पहले कहा कि वे निचले क्रम में बल्लेबाजी से टीम इंडिया के लिए योगदान देना चाहते हैं. उन्होंने साथ ही भारतीय गेंदबाजी का बचाव किया और कहा कि साउथ अफ्रीका के सभी मुख्य गेंदबाज खेल रहे हैं. वे भी रन दे रहे हैं. ऐसे में केवल भारतीय बॉलर्स की आलोचना सही नहीं है. शार्दुल ठाकुर ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी को लेकर पूछे गए सवाल पर भी जवाब दिया कि हर कोई उन्हें मिस कर रहा है.

 

शार्दुल ने लखनऊ के खिलाफ पहले वनडे में 33 रन की अहम पारी खेली थी. इससे टीम इंडिया लक्ष्य के करीब पहुंच गई थी. इस बारे में उन्होंने कहा, 'यदि आप इंटरनेशनल लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को देखते हैं तो पता चलता है कि उनकी बैटिंग में गहराई होती है. ऑस्ट्रेलिया को ही देख लीजिए. उनके पास पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क हैं जो आठ या नौ नंबर पर आते हैं. इंग्लैंड टीम भी ऐसी ही है.  मैं काफी समय से मेरी बैटिंग पर काम कर रहा हूं. निसंदेह सातवें या नौवें नंबर बैटिंग करते हुए योगदान देना हमेशा अच्छा होता है. इससे टीम को काफी मदद मिलती है. हम भी अपनी बैटिंग गहरी करके अंतर पैदा कर सकते हैं. 15-20 रन का अंतर काफी अहम होता है.'

 

धोनी की आई याद

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा वनडे मैच रांची में खेला जाना है. यह एमएस धोनी का घरेलू मैदान है. ऐसे में उनसे जुड़ा सवाल भी किया गया. इस पर शार्दुल ने कहा, 'हर कोई एमएस धोनी को मिस करता है. उन्होंने 300 से ज्यादा वनडे, 90 के करीब टेस्ट और बहुत सारे टी20 मुकाबले खेले. इतने अनुभवी खिलाड़ी से मिलना दुर्लभ बात होती है.'

 

गेंदबाजों का किया बचाव

हालिया समय में भारतीय गेंदबाजी की काफी आलोचना हुई है. इस पर ठाकुर ने कहा कि यह सही नहीं है क्योंकि विरोधी गेंदबाजों को भी काफी रन पड़े हैं. उन्होंने कहा, 'केवल भारतीयों की आलोचना सही नहीं है. उन गेंदबाजों की भी पिटाई हुई है. हमने टी20 सीरीज जीती लेकिन उनको भी रन पड़े. मुझे लगता है कि निरंतरता पर सवाल खड़े करने से पहले हमें विकेट, हालात भी देखने चाहिए. एक वनडे में कभी कभी 350 से ज्यादा रन बनते हैं तब हरेक गेंदबाज को रन पड़ते हैं. भारत का कोई मैच एकतरफा नहीं हुआ है फिर चाहे बैटिंग की मददगार पिच हो या बॉलिंग की. सबमें मुकाबला हुआ है. हमने सर्वाधिक मैच जीते हैं और निरंतरता दिखाई है.'

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share