साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक और घरेलू टेस्ट सीरीज हारने के बावजूद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कोई भी बिना सोचे-समझे रिएक्शन देने के मूड में नहीं है.12 महीनों में घर में भारतीय टीम का यह दूसरा व्हाइटवॉश है. बोर्ड आने वाले दिनों में सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट से बात करेगा और उनकी बात सुनेगा. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार हार के बावजूद बोर्ड कोई बड़ा फैसला भी नहीं लेगा और हो सकता है कि सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट उन्हीं खिलाड़ियों के साथ आगे बढ़ें, जिन पर वे कुछ समय से भरोसा कर रहे हैं.
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भारतीय टीम ने भले ही इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की ड्रॉ सीरीज खेली और एक महीने पहले वेस्टइंडीज को घर पर हराया हो, लेकिन गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह उनकी तीसरी हार थी.
BCCI पर छोड़ा फैसला
पिछले 12 महीनों में भारत न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ्रीका से घर पर और ऑस्ट्रेलिया से बाहर टेस्ट सीरीज हारा. इस बीच उन्होंने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रॉ की और व्हाइट-बॉल क्रिकेट में चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप भी जीता.बीते दिन सीरीज हार के बाद गंभीर से पूछा गया कि क्या वह टेस्ट क्रिकेट में हेड कोच बने रहने के लिए सही व्यक्ति है. इस पर भारत के पूर्व ओपनर ने अपने भविष्य का फैसला BCCI पर छोड़ दिया था.
फैसला लेने में जल्दबाजी नहीं
अब BCCI के एक अधिकारी का कहना है कि बोर्ड कोई भी फैसला लेने में जल्दबाजी नहीं करेगा. टीम बदलाव के दौर से गुज़र रही है. जहां तक कोच गौतम गंभीर की बात है, हम उनके बारे में कोई फैसला नहीं लेंगे, क्योंकि वर्ल्ड कप पास में है और उनका कॉन्ट्रैक्ट 2027 वर्ल्ड कप तक है. BCCI आगे सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट से बात करेगा लेकिन कोई भी जल्दबाज़ी में फैसला नहीं लिया जाएगा.
रणनीति पर सवाल
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम की रणनीति पर काफी सवाल हुए. खासकर वाशिंगटन सुंदर की बैटिंग पोजीशन में बदलाव की आलोचना हुई. लंबी बैटिंग लाइन-अप होने के बावजूद टीम बड़ा सकोर बनाने में नाकाम रही और दो टेस्ट में कोई सेंचुरी नहीं बना पाए.
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