भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन ने एक बड़ी बहस छेड़ दी है, जिसमें मुख्य कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की रणनीतियों पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं. 549 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजी की विफलता के बाद, चयन प्रक्रिया पर सवालिया निशान लग गए हैं. आलोचकों का कहना है कि सरफराज खान जैसे रणजी ट्रॉफी के दिग्गजों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जबकि आईपीएल प्रदर्शन को प्राथमिकता दी जा रही है. चर्चा में चयनकर्ताओं और घरेलू क्रिकेटरों के बीच संवाद की कमी, टीम में लगातार बदलाव और खिलाड़ियों में जुझारूपन की कमी को उजागर किया गया है. इस बीच, विराट कोहली के भाई के एक सोशल मीडिया पोस्ट और दक्षिण अफ्रीका के कोच के बयान ने प्रबंधन पर दबाव और बढ़ा दिया है. यह बहस भारतीय क्रिकेट में एक 'डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट' की आवश्यकता और कोचिंग स्टाफ के ढांचे पर भी केंद्रित है.
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