लगातार चार फर्स्ट क्लास मैचों में चार शतक ठोककर इतिहास रचने वाले बल्लेबाज अग्नि चोपड़ा ने भारतीय क्रिकेट छोड़ दिया. उन्होंने अमेरिका की मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) में खेलने के लिए यह फैसला किया. अग्नि अभी मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइज की एमआई न्यू यॉर्क टीम का हिस्सा हैं. विदेशी टी20 लीग्स में खेलने की भारतीय खिलाड़ियों को परमिशन नहीं है. अगर कोई ऐसा करता है तो उसे भारतीय क्रिकेट छोड़ना होता है.
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अग्नि चोपड़ा ने घरेलू क्रिकेट में मुंबई की ओर से खेलते हुए शुरुआत की. इसके बाद रणजी ट्रॉफी में मिजोरम की ओर से खेले. उनका फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड कमाल का है. उन्होंने 11 मैच में 94.94 की औसत के साथ 1804 रन बनाए. इस दौरान नौ शतक और पांच अर्धशतक उनके बल्ले से आए. वे पहले बल्लेबाज हैं जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने पहले चार मैच में चार शतक लगाए थे.
अग्रि ने किस वजह से छोड़ा भारतीय क्रिकेट
माना जाता है कि 26 साल के अग्नि ने आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिलने और आगे भी इसकी संभावना कम होने के बाद एमएलसी में खेलने का फैसला किया. उनका जन्म अमेरिका का ही. इस लिहाज से उन्हें यहां खेलने के बारे में ज्यादा दिक्कत नहीं आई. अग्नि ने एमएलसी ड्राफ्ट में डोमेस्टिक कोटे से नाम डाला. यहां एमआई न्यूयॉर्क ने उन्हें चुन लिया. अग्नि का कहना रहा है कि वे बचपन से मुंबई इंडियंस के फैन रहे हैं. उनके पिता विधु विनोद चोपड़ा मशहूर फिल्ममेकर हैं जिन्होंने हाल ही 12th fail मूवी बनाई थी जिसे तारीफ के साथ खूब कमाई भी हुई थी.
अग्नि के पास थी अमेरिकी नागरिकता
क्रिकबज़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अग्नि के पास अमेरिका की नागरिकता था. बीसीसीआई ने हाल ही में फैसला किया कि विदेशी नागरिकता रखने वाले खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में खेलने की अनुमति नहीं होगी. इसके बाद अग्नि ने अमेरिकी पासपोर्ट रखा और भारतीय क्रिकेट छोड़ दिया. कुछ महीने पहले बीसीसीआई नमन अवार्ड्स में उन्हें प्लेट ग्रुप में सर्वाधिक रन बनाने के चलते माधवराव सिंधिया अवार्ड से नवाजा गया था.
अग्नि ने 2017 में मुंबई अंडर 19 टीम की कप्तानी की थी. वे अंडर 23 लेवल तक इस टीम की ओर से खेले. लेकिन बेहतर मौकों की तलाश में वे मिजोरम गए. वहां वे दो सीजन खेले और दोनों में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन वे मिजोरम को प्लेट से एलिट ग्रुप में नहीं ले जा सके.
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