बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के अधिकारियों ने जब राष्ट्रीय चयन समिति के उम्मीदवारों के बायो डाटा चेक करने के लिए मेल बॉक्स खोला तो वे सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और वीरेंद्र सहवाग के नाम के आवेदन देखकर हैरान रह गए. और इतना ही काफी नहीं था कि इस पद के लिए पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक ने भी अपनी उम्मीदवारी पेश की हुई थी. बस इतना था कि ये सभी बायो डाटा कुछ धोखेबाजों ने ‘स्पैम ईमेल आईडी’ से किए थे जिनका इरादा बीसीसीआई से कुछ मजा लेने का था.
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बीसीसीआई को पांच सदस्यीय चयन पैनल के लिए 600 से ज्यादा ईमेल आवेदन मिले हैं और इसमें से कुछ ‘फर्जी आईडी’ से बने हैं जो तेंदुलकर, धोनी, सहवाग और इंजमाम के नाम की हैं. गंभीरता से बात करें तो क्रिकेट सलाहकार समिति इन पदों के लिए 10 नाम की छंटनी करेगी. बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘करीबन 600 आवेदन हमें मिल गये हैं और कुछ फर्जी आईडी से मिले थे जो धोनी, सहवाग और तेंदुलकर के नाम की थीं. वे ऐसा करके बीसीसीआई का समय बर्बाद कर रहे हैं. सीएसी 10 उम्मीदवारों की छंटनी करेगी और फिर अंतिम पांच का चयन करेगी. प्रक्रिया जल्द ही समाप्त होगी.’
सीएसी में अशोक मल्होत्रा, जतिन परांजपे और सुलक्षणा नाइक को इस महीने की शुरुआत में चुना गया था. उम्मीद की जा रही है कि ये लोग जल्द ही मिलेंगे और सेलेक्शन पैनल चुनेंगे. नई सेलेक्शन कमिटी के पास सबसे पहला काम श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए टीम इंडिया के चयन का होगा. साथ ही वह बोर्ड को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट के खिलाड़ियों को लेकर भी जानकारी देगी. अभी तक बीसीसीआई ने इस मामले में कोई फैसला नहीं किया है.
वर्ल्ड कप के बाद सेलेक्शन पैनल बर्खास्त
बीसीसीआई ने पिछले महीने टी20 विश्व कप में टीम के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद चेतन शर्मा की अगुआई वाले सेलेक्शन पैनल को बर्खास्त कर दिया था. लेकिन जब तक उनकी जगह लेने के लिये उम्मीदवारों का चयन नहीं किया जाता है, यह पैनल काम करता रहेगा. इस पैनल ने रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड के मैच देखे थे और अभी दूसरे राउंड के मैच भी देख रहा है. इसके तहत देबाशीष मोहंती कोलकाता में बंगाल-हिमाचल प्रदेश का मैच देख रहे थे.