Exclusive: टीम इंडिया के साथ पत्नी/गर्लफ्रेंड के विदेशी दौरों पर जाने के नियम बदलेगा BCCI! विराट कोहली के कोसने के बाद हरकत में आया बोर्ड

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार के बाद बोर्ड ने खिलाड़ियों के साथ परिवार के रहने की अवधि घटा दी थी. लेकिन इस फैसले से खिलाड़ियों में असंतोष हैं. हाल ही में विराट कोहली ने भी इस मसले पर बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठाए थे.

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Nitin Srivastava

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विराट कोहली और अनुष्का शर्मा

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बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3-1 से शिकस्त के बाद जनवरी 2025 में पॉलिसी में बदलाव किया था

बोर्ड ने 45 दिन के विदेशी दौरे पर परिवार को अधिकतम 14 दिन ही साथ रखने की अनुमति दी थी.

BCCI अब बदलाव करता है तो आगामी इंग्लैंड दौरे पर नए नियम लागू होते हुए देखे जा सकते हैं.

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नी या गर्लफ्रेंड या बाकी परिवार के सदस्यों को ले जाने की नीति बदल सकता है. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार के बाद बोर्ड ने खिलाड़ियों के साथ परिवार के रहने की अवधि घटा दी थी. लेकिन इस फैसले से खिलाड़ियों में असंतोष हैं. हाल ही में विराट कोहली ने भी इस मसले पर बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठाए थे. स्पोर्ट्स तक को मिली जानकारी के अनुसार अब बोर्ड परिवार को साथ रखने की नीति में बदलाव कर सकता है. आगामी इंग्लैंड दौरे पर नए नियम लागू होते हुए देखे जा सकते हैं.

स्पोर्ट्स तक को एक सूत्र ने बताया कि 'अगर खिलाड़ी चाहते हैं कि उनके परिवार विदेशी दौरों पर लंबे समय तक साथ रहें तो वे बीसीसीआई से अनुमति मांग सकते हैं. बोर्ड इसके बाद जो सही होगा वही करेगा.' बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3-1 से शिकस्त के बाद जनवरी 2025 में पॉलिसी में बदलाव किया था. इसके तहत 45 दिन के विदेशी दौरे पर परिवार को अधिकतम 14 दिन ही साथ रखने की अनुमति दी गई थी. अगर दौरा 45 दिन से छोटा रहता है तब यह अवधि केवल सात दिन की रहेगी. 

चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान लागू थे नए नियम

 

हाल ही में समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों के परिवार भी दुबई में थे लेकिन वे टीम होटल में नहीं ठहरे थे. परिवार का खर्चा बीसीसीआई ने नहीं बल्कि खुद खिलाड़ियों ने उठाया था.

विराट कोहली ने परिवार के साथ रहने पर क्या कहा था

 

विराट कोहली ने हाल ही में बीसीसीआई की नीति की आलोचना की थी. उन्होंने आरसीबी के इवेंट में कहा था, लोगों को परिवार की भूमिका समझाना बहुत मुश्किल है. हर बार जब आप किसी तनावपूर्ण स्थिति में होते तो अपने परिवार के पास वापस आना कितना महत्वपूर्ण होता है. मुझे नहीं लगता कि लोगों को इसकी अहमियत की समझ है. मैं अपने कमरे में जाकर अकेले बैठकर उदास नहीं रहना चाहता. मैं सामान्य होना चाहता हूं. तभी आप अपने खेल को एक जिम्मेदारी के रूप में ले सकते हैं.’

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