क्रिकेट में बाउंड्री के पार जाकर लिए जाने वाले कैच के नियम में बदलाव किया गया है. इसके तहत अब से बाउंड्री के पार जाकर गेंद को एक-दो बार उछालकर कैच लेना वैध नहीं होगा. इस तरह के कैच पर बल्लेबाज को छह रन दिए जाएंगे. आईसीसी जून के अगले कुछ दिनों में इस बारे में प्लेइंग कंडीशन में अपडेट कर देगा. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अगली साइकल यानी 17 जून से श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाले टेस्ट से यह नियम लागू हो जाएगा. अक्टूबर 2026 से इसे एमसीसी के नियमों में शामिल कर लिया जाएगा.
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ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, नए नियम के तहत एक फील्डर बाउंड्री के पार गेंद को केवल एक ही बार छू सकता है. उसे फिर कैच लेने के लिए मैदान के अंदर जाना होगा. अब अगर किसी फील्डर ने कैच लेने के दौरान गेंद को बाउंड्री के बाहर जाकर उछाला और फिर उसे लपका तो उसे कैच नहीं माना जाएगा. ऐसे में बल्लेबाज को रन मिलेंगे. वहीं अगर कोई फील्डर बाउंड्री पर कैच लेने के दौरान गेंद को अंदर की तरफ उछाल देता है और खुद सीमारेखा के पार रहता है तब भी कैच नहीं माना जाएगा. उस स्थिति में भी बल्लेबाज को रन दिए जाएंगे.
बिग बैश लीग में दिखे थे इस तरह के कैच
ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में दो इस तरह की घटनाएं देखी गई जहां पर फील्डर ने बाउंड्री के पार जाकर गेंद को उछालते हुए कैच लिए. 2023 में ब्रिस्बेन हीट के लिए खेल रहे माइकल नेसर ने ऐसा किया था और सिडनी सिक्सर्स के जॉर्डन सिल्क को आउट दिया गया था. नेसर ने तब गेंद को बाउंड्री के अंदर लपका लेकिन वे संतुलन नहीं रख पाए और पार चले गए. इस दौरान उन्होंने गेंद को हवा में उछाल दिया. लेकिन गेंद बाउंड्री के पार गई ऐसे में नेसर ने फिर हवा में उछलते हुए गेंद को मैदान के अंदर की तरफ धकेला. फिर उन्होंने मैदान में आकर गेंद को लपक लिया और कैच पूरा किया.
कुछ इसी तरह का कैच 2020 में बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन के ही मैट रेनशॉ और टॉम बैंटन ने मिलकर होबार्ट हरिकेंस के मैथ्यू वेड का लिया था. इन कैचेज के बाद नियमों में बदलाव को लेकर मांग उठी थी. तब एमसीसी ने कहा था कि फील्डिंग के लिहाज से यह काफी जबरदस्त घटनाएं हैं लेकिन इन्होंने एक बहस खड़ी कर दी है.
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