इंग्‍लैंड के गेंदबाज ने बरपाया कहर, 24 गेंदों में बिना रन दिए ले डाले पांच विकेट

एक आसान क्लासिक एक्शन, काले घने बाल और बल्लेबाजों को अपनी गेंदों से पूरी तरह नचा देना वाला क्रिकेटर जब मैदान पर उतरा तो बड़े बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर गया.

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एक आसान क्लासिक एक्शन, काले घने बाल और बल्लेबाजों को अपनी गेंदों से पूरी तरह नचा देना वाला क्रिकेटर जब मैदान पर उतरा तो बड़े बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर गया. हम यहां यॉर्कशर के तेज गेंदबाज फ्रेडी ट्रूमैन (Fred Truman) की बात कर रहे हैं. किसी देश का पहला ऐसा गेंदबाज जिसने 300 टेस्ट विकेट लेने का कारनामा किया. फ्रेंडी ने साल 1964 में द ओवल (0val) में ऐसा किया था. इसके बाद कई गेंदबाजों ने फ्रेडी के इस आंकड़े को छुआ लेकिन बेहद कम ऐसे गेंदबाज निकले जिन्होंने उनका 21.57 का एवरेज और हर 49 गेंद पर विकेट लेने की स्ट्राइक रेट की बराबरी की. फ्रेंडी आसानी से 400 विकेटों के आंकड़े को पार कर सकते थे लेकिन खेल भावना के विपरीत अपने व्यवहार के चलते उन्हें कई मैच गंवाने पड़े. अपने व्यवहार के चलते उन्हें एक बार यॉर्कशर कमिटी के सामने पेश होना था लेकिन उन्होेंने ये कहते हुए इसे टाल दिया को वो 200 मील दूर इंग्लैंड के लिए मैच खेल रहे हैं.

 

ट्रूमैन से डरते थे बल्लेबाज
8 जुलाई 1961 का दिन जब ट्रूमैन ने 24 गेंद में बिना रन दिए 5 विकेट चटका दिए. इस तरह इस गेंदबाज ने मैच में कुल 11 विकेट अपने नाम किए और टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई. मैच की बात करें तो ये मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के मैच हेडिंग्ले में खेला गया था. मैच में कंगारुओं ने पहले बल्लेबाजी की और 237 रन बनाए. लेकिन ट्रूमैन का कहर ऐसा रहा कि, उन्होंने 22 ओवर में 5 मेडन फेंका और 58 रन देकर 5 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया.

 

मैच में लिए 11 विकेट
इंग्लैंड ने पहले पारी में 299 रन बनाए जिसमें कॉलिन काउड्रे ने शानदार 93 रन की पारी खेली. लेकिन दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया टीम जब बल्लेबाजी के लिए आई तो पूरी टीम 120 रन पर ही ढेर हो गई और यहां सबसे बड़ा योगदान एक बार फिर ट्रूमैन का ही रहा. इस गेंदबाज ने दूसरी पारी में 15.5 ओवरों में 30 रन देकर कुल 6 विकेट अपने नाम किए. इस तरह पूरे मैच में उन्होंने कुल 11 विकेट लिए और इंग्लैंड को जीत दिला दी.

 

70 साल पहले भारत पर ढाया कहर
भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे में इसी ओल्डट्रैफर्ड के मैनचेस्टर मैदान पर तीसरा टेस्ट खेल रही थी, जहां आज इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट खेला जा रहा है. और इस दिन युवा और बहुत ही तेज गेंदबाज फ्रेड ट्रूमैन ने भारतीय बल्लेबाजों पर लगातार हमला बोलना जारी रखा. पहले दो टेस्ट मैचों में फ्रेड ट्रूमैन ने 15 विकेट चटकाए थे और इस बार फिर से 19 जुलाई 1952 को इस गेंदबाज का कहर बुरी तरह से भारतीय बल्लेबाजों पर टूटा. भारतीय टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 58 रन बनाकर आउट हो गई. और ट्रूमैन ने सिर्फ 31 रन देकर 8 विकेट चटकाए.

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